रायपुर। जेसीसीजे ने विधानसभा में पार्टी के नेता रहे धर्मजीत सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. धर्मजीत सिंह पर पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल होने का आरोप लगाया गया है. यह फैसला जेसीसीजे कोर कमेटी की तरफ से लिया गया है. अब अंतिम फैसला रेणु जोगी को लेना है. इस बाबत पत्र भी जारी कर दिया गया है.
जेसीसीजे ने बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप
इस पूरे मामले में जेसीसीजे ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. जेसीसीजे का कहना है कि राष्ट्रीय दलों को लोकतंत्र पर विश्वास नहीं है इसलिए छत्तीसगढ़ की एकमात्र क्षेत्रीय पार्टी को तोड़ने की कोशिश की गई. छत्तीसगढ़ के एक मात्र क्षेत्रीय राजनीतिक दल को तोड़कर छत्तीसगढ़ के करोड़ों छत्तीसगढ़ियों की भावनाओं को कुचलने का प्रयास किया गया है. जेसीसीजे ने बीजेपी पर सभी क्षेत्रीय दलों को खत्म करने का गंभीर आरोप लगाया है. प्रवक्ता भगवानू नायक ने कहा कि ” धर्मजीत सिंह ने अजीत जोगी के समाजिक न्याय और छत्तीसगढ़ प्रथम के सिद्धांतों के विपरीत काम किया है। यह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय षडयंत्र का परिणाम है.
जिसके अंतर्गत देश के सभी क्षेत्रीय दलों को एक एक कर नष्ट करने की योजना पर काम किया जा रहा है. धर्मजीत सिंह जिस पार्टी के चिन्ह पर चुनाव जीते और विधायक बने, उसी पार्टी की नीतियों को त्यागने तथा छत्तीसगढ़वाद की क्षेत्रीय विचारधारा को मिटाने का प्रयास करने के कारणवश, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) लोरमी विधायक धरमजीत सिंह को छः वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित करती है.