दुर्ग : न्यूज़ 36 : दुर्ग नगर निगम से लोकसभा, राज्यसभा तक भारतीय जनता पार्टी का स्वर्णिम युग आ गया किंतु इस स्वर्णिम युग में कहीं ना कहीं ग्रहण भी लग गया । दुर्ग विधानसभा क्षेत्र और नगर पालिका निगम क्षेत्र आपस में लगभग एक समान है, ऐसे में दुर्ग शहर विधायक का कार्य क्षेत्र व महापौर श्रीमती अलका बाघमार का कार्य क्षेत्र समान है, और विकास के कार्य की गति को आगे बढ़ाने में आम जनता कई उम्मीदें लगाए बैठी है, परंतु ऊपर से एक दिखने वाला संगठन अब कहीं ना कहीं अंदर से दो फाड़ नजर आ रहा है शहरी सरकार के विकास कार्यों में अब दुर्ग शहर विधायक नजर नहीं आ रहे हैं, तो विधायक द्वारा अनुमोदित विकास कार्यों में शहरी सरकार नजर नहीं आ रही। विधायक गजेंद्र यादव और महापौर अलका बाघमार के समर्थक कहीं ना कहीं आपस में टकराते नजर आ रहे हैं, सामने से तो सभी एक नजर आ रहे हैं परंतु राजनीतिक क्षेत्र में पोस्टर और उद्घाटन /लोकार्पण, प्रेस विज्ञप्ति जैसे कई माध्यम है, जिसमें स्पष्ट नजर आ जाता है कि कौन किसके साथ है।
हाल ही में दो ऐसी घटना इस बात की ओर साफ इशारा कर रही है कि अब शहरी सरकार और विधायक की राहें अलग होती जा रही हैं शहरी सरकार के अस्तित्व में आते ही अचानक साल भर से चल रही अर्थ मूवर्स की गाड़ियों को ब्रेक लग गया और महीनों से निगम प्रशासन में नए खड़े हुए डंपर बिना किसी प्रचार / उद्घाटन के सड़कों पर उतर आए ऐसी चर्चा है कि अर्थ मूवर्स के संचालक और विधायक में घनिष्ठ के परिणाम स्वरूप यह कदम उठाया गया वही आचार संहिता को खत्म हुए डेढ़ महीने का समय हो गया परंतु शहर में ऐसे कई पोस्टर है जिन पर आचार संहिता लगने के दरमियान कागज चिपका दिए गए थे परंतु कई पोस्टर में से अभी तक कागज की परतें नहीं हटी वही हाल ही में शहर के विधायक गजेंद्र यादव द्वारा करोड़ों रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया, जिसमें शहरी सरकार की प्रथम नागरिक अनुपस्थित दिखाई दी। कारण चाहे जो भी हो परंतु शहर के विकास कार्यों में प्रथम नागरिक की अनुपस्थिति चर्चा का केंद्र बनी ऐसे में अब शहर में चर्चा के साथ आम जनता में भी चिंता है कि वह अपने कार्यों के लिए किसके दरवाजे जाएं विधायक के दरवाजे या फिर महापौर के दरवाजे वहीं इन सब के बीच ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर भी काफी सक्रियता से दुर्ग नगर निगम क्षेत्र के निवासियों के लिए मददगार के रूप में सामने है और उनकी समस्याओं का समाधान करने का सार्थक प्रयास कर रहे हैं।
विधायक कार्यालय का सुना होना, महापौर निवास कार्यालय F 4 मे समर्थको का जमावड़ा आम जनता से महापौर की दुरी और ग्रामीण विधायक के निवास में शहर की जनता का हुजूम आने वाले समय में बड़े राजनीती उलट फेर की ओर भी इशारा कर रहा है ,जो की राजनीतिक चर्चा का केंद्र बिंदु बनता जा रहा है।
इन सब के बीच में दुर्ग शहर की जनता अब भी इस उम्मीद में है कि आपसी मतभेद के बावजूद भी शहर में विकास कार्य तीव्र गति से होगा क्योंकि अब शहर में हो रहे विकास कार्यों की तरफ संगठन के वरिष्ठ नेता दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, शहर विधायक गजेंद्र यादव और शहरी सरकार की महापौर श्रीमती अलका बाघमार सभी शहर के विकास कार्यों के लिए अपने तरफ से प्रयास करेंगे और शहर की बदहाल व्यवस्था को सुधारेंगे ।
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