Cement and sariya rate : बरसात की वजह से देश के लगभग हर हिस्से में शानदार बारिश हो रही हैं। इसका सीधा असर निर्माण गतिविधियों पर पड़ा है। देश में बाढ़ और बारिश के लगातार होने से निर्माण गतिविधियों के कम होने से सीमेंट, सरिया जैसी सामग्रियों के भाव कम हो गए हैं ।
ऐसे में सीमेंट और सरिया सस्ता हो गया है। दो महीने के दौरान इसके भाव में करीब 7 हजार रुपये तक की गिरावट आई है। अभी देश के कई शहरों में सरिये का भाव कम होकर 50 हजार रुपये प्रति टन तक आ गया है। (Cement and sariya rate)
इस्पात मंत्रालय के आंकड़ों को देखें तो TMT सरिया का खुदरा भाव अप्रैल की शुरुआत में 75,000 रुपये प्रति टन के आसपास था, जो 15 जून को गिरकर करीब 65 हजार प्रति टन पर आ गया था। खुदरा बाजार के हिसाब से देखें तो अप्रैल में एक समय सरिये का भाव 82,000 रुपये प्रति टन पहुंच गया था, जो अभी कम होकर 50 से 55 हजार रुपये प्रति टन रह गया है। इसका मतलब हुआ कि अप्रैल के रिकॉर्ड हाई की तुलना में सरिये का भाव अभी करीब 30 हजार रुपये प्रति टन कम है। सिर्फ लोकल ही नहीं बल्कि ब्रांडेड सरिये का भाव भी पिछले कुछ महीनों में काफी कम हुआ है। मार्च 2022 में ब्रांडेड सरिये का रेट 01 लाख रुपये प्रति टन के पास पहुंच गया था, जो अभी 80-85 हजार रुपये प्रति टन पर आ गया है।
बता दें कि सरकार ने स्टील पर एक्सपोर्ट ड्यूटी हाल ही में बढ़ा दी थी। इसकी वजह से घरेलू बाजार में स्टील के दाम तेजी से गिरे हैं। सरिये के दाम में आई कमी की मुख्य वजह भी यही है। इसके अलावा देश के कई हिस्सों में हो रही भारी बारिश के चलते निर्माण गतिविधियों में कमी आई है, जिसका असर डिमांड पर हुआ है। मार्च-अप्रैल के दौरान सरिये का भाव रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया था। उसके बाद सरिये के भाव में तेजी से गिरावट आई थी, लेकिन जून से इनकी कीमतें फिर बढ़ने लगी थीं। इधर पिछले 02 महीने के दौरान सरिया फिर से सस्ता हो रहा है।
भारत के प्रमुख शहरों में सरिया के रेट अलग-अलग मात्रा में कम हुए हैं। आयरनमार्ट वेबसाइट सरिये की कीमतों की घट-बढ़ पर नजर रखती है और उसी आधार पर कीमतों को अपडेट करती है। उत्तर प्रदेश के कानपुर में सरिये का रेट सबसे तेजी से कम हुआ है। अभी देश में सबसे सस्ता सरिया पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर और कोलकाता में मिल रहा है। (Cement and sariya rate)