दुर्ग : न्यूज़ 36 : कोतवाली थाना क्षेत्र के गवली पारा में चांदी के आभूषण बनाने वाली फैक्ट्री में बीती देर रात आग लग गई। आग लगने से ऊपरी माले में रहने वाले तीन लोग अंदर ही फंस गए थे। सूचना पाकर दुर्ग कोतवाली पुलिस और एसडीआरएफ की टीम वहां पहुंची। पुलिस टीम ने एक महिला व दो पुरुष का रेस्क्यू किया और उसके बाद आग पर काबू पाया। कोतवाली थाना प्रभारी विजय यादव ने बताया कि रात लगभग 10.30 बजे प्रार्थी संदीप कुमार घोरपडे ने सूचना दी कि उनके गवली पारा स्थित सोने चांदी की फैक्ट्री में आग लग गई है। जानकारी के मुताबिक यहां दो मंजिल में सोने चांदी के आभूषण बनाने की फैक्ट्री संचालित थी और ऊपर के दो मंजिल में लोग कारीगर रहते और आराम करते थे। आग पहले माले में शार्ट सर्किट की वजह से लगी थी। इसके बाद धीरे धीरे बढ़कर दूसरी मंजिल में पहुंच गई। नीचे के कमरे में इवी स्कूटर क्रमांक सीजी 07 सी एल 8612 को चार्जिंग पर लगाया गया था। उसी के पास एक्टिवा क्रमांक सी जी 07 सी टी 9345 भी खड़ी हुई थी। इस दौरान अचानक शार्ट सर्किट हुआ और स्कूटर में आग लग गई। धीरे-धीरे आग पूरे बिल्डिंग में फैलने लग गई थी। इस आगजनी में दोनों वाहन, घरेलू सामान,इलेक्ट्रिक मीटर, वायरिंग आदि जल गए। जानकारी मिलते ही कोतवाली थाना प्रभारी विजय यादव टीम सहित मौके पर पहुंच गए थे। अग्निशमन विभाग के जवानों ने पानी और फोम की बौछार कर आग पर काबू पाया
रात लगभग 10:30 बजे सोने चांदी के फैक्ट्री में भीषण आग लगने की जानकारी मिली, वैसे ही पेट्रोलिंग टीम के प्रधान आरक्षक योगेश चंद्राकर, आरक्षक उत्कर्ष सिंह, चालक आरक्षक नवीन यादव अपनी जान की परवाह किए बगैर प्रार्थी के जलते हुए ऊपर के मकान में लगे शीट को तोड़कर अंदर प्रवेश किये। इसके बाद वहां पर फसी एक महिला व दो पुरुष को हाथ से खींचते हुए दूसरे मकान में शिफ्ट किये। इसके बाद लोगों ने उन्हें सीढ़ी प्रदान की और उसके माध्यम से सभी को सुरक्षित बाहर निकाला गया। फायर ब्रिगेड पहुंचने पर थाना प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार यादव द्वारा चारों तलों में फायर ब्रिगेड की सहायता कर आग पर काबू किया गया। मकान के अंदर भरी गैस के सिलेंडर होने के बावजूद अपनी जान की परवाह किए बिना तीन लोगों को बचाकर सुरक्षित बाहर निकालने वाले प्रधान आरक्षक योगेश चंद्राकर, आरक्षक उत्कर्ष सिंह, आरक्षक चालक नवीन यादव को पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने पुरस्कृत किया।