राजधानी दिल्ली में कुछ हफ्ते पहले श्रद्धा वालकर हत्याकांड ने पूरे देश की रूह कंपा दी थी. दरिंदे आफताब ने महिला के कई टुकड़े करके अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिए थे. इसी तरह का एक मामला कर्नाटक के बागलकोट से आया है.
जहां पर एक व्यक्ति ने अपने पिता की पहले हत्या की और उसके बाद शरीर के 32 टुकड़े कर खुले बोरवेल में फेंक दिया. हत्या का खुलासा होने के बाद पुलिस को बॉडी खोजने में बहुत परेशानी हुई.
पूछताछ के बाद पुलिस ने अर्थ मूवर्स की मदद से मृतक के शरीर के अंगों को बरामद किया. आरोपी विठला कुलाली को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. बीती 6 दिसंबर को 20 वर्षीय विठला ने गुस्से में अपने पिता परशुराम कुलाली (53) की लोहे की रॉड से कथित तौर पर हत्या कर दी. पुलिस के मुताबिक पिता परशुराम अक्सर शराब के नशे में धुत होकर अपने दो बेटों में से छोटे विठला को गालियां देता था. परशुराम की पत्नी और बड़ा बेटा अलग रहते हैं.
लोहे की छड़ से पहले की हत्या
पिछले मंगलवार को विट्ठल अपने पिता की गाली को और अधिक सहन नहीं कर पाया और उसने एक लोहे की छड़ उठाई और अपने पिता की हत्या कर दी. हत्या के बाद विठला ने परशुराम के शरीर को 32 टुकड़ों में काट दिया और बागलकोट जिले के एक शहर मुधोल के बाहरी इलाके में मंटूर बाईपास के पास स्थित अपने खेत के एक खुले बोरवेल में कटे हुए हिस्सों को फेंक दिया.
आरोपी को भेजा गया जेल
पुलिस ने बताया कि 50 वर्षीय परशुराम हर दिन नशे की हालत में घर आता था और अपने बेटे विट्ठल (20) की पिटाई करता था. 6 दिसंबर को परशुराम ने विट्टल के साथ बहस हुई, जिसके बाद लड़के ने गुस्से में आकर पिता को लोहे की रॉड से मार डाला. फिर विट्टल ने परशुराम के शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर बोरवेल में डाल दिया. मामला का खुलासा होने के बाद पुलिस ने शव को खोज निकाला और आरोपी बेटे को जेल भेज दिया गया है.