रोमांचक प्रदर्शन के साथ एथलीट ने बताया योग का महत्व
भिलाई : न्यूज़ 36 : अग्रसेन भवन, सेक्टर-6, भिलाई में आयोजित राष्ट्रीय योगासन प्रतियोगिता के चौथे और अंतिम दिन रविवार को प्रतिभागियों ने उत्कृष्ट योगाभ्यास प्रस्तुत कर दर्शकों के साथ-साथ अतिथियों को भी रोमांचित कर दिया।
इस दौरान विभिन्न राज्यों से आए प्रतियोगियों ने पारंपरिक एवं नवीन योगासनों का प्रदर्शन कर न केवल अपनी योग साधना का परिचय दिया बल्कि दर्शकों को भी योग के महत्व से अवगत कराया। चौथे दिन के योग प्रदर्शन के दौरान मुख्य अतिथि योगासन भारत के अध्यक्ष उदित सेठ ने अपने उद्बोधन में कहा कि योगासन भारत संस्थान योग में और अधिक से अधिक पारदर्शिता लाने और अंतर्राष्ट्रीय पटल पर इसके व्यापक प्रचार प्रसार हेतु निरंतर प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि योग न सिर्फ स्वस्थ जीवनशैली की ओर अग्रसर करता हैं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की योग परंपरा को सशक्त भी बनाता हैं। इस अवसर पर उदित सेठ ने प्रतियोगिता के सफल संचालन के लिए छत्तीसगढ़ योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गोस्वामी जयंत विष्णु भारती, सरंक्षक अनूप बंसल और सचिव डॉ.मेजर सिंह को विशेष रूप से सम्मानित किया। चौथे दिन की प्रतियोगिता देर शाम तक चलती रही।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि योगासन भारत के उपाध्यक्ष संजय मालपानी थे। अध्यक्षता सांसद विजय बघेल ने की। वहीं विशेष तौर पर संभाग आयुक्त दुर्ग सत्यनारायण राठौर, चौकसे ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ.आशीष जायसवाल, धनलक्ष्मी डायरेक्टर डॉ. लक्ष्मी प्रसाद अनंत, योगासन सरगुजा के अशोक जायसवाल और समाज सेवी चतुर्भुज राठी भी मौजूद थे। अतिथियों ने विभिन्न राज्यों से आए एथलीट के प्रदर्शन को देखा और भरपूर सराहना की।
आखिरी दिन संतुलन में दिखाई महारत, मिली वाहवाही
चौथे और आखिरी दिन देश के विभिन्न राज्यों के एथलीट ने संतुलन साधने में अपने योग कौशल का प्रदर्शन किया। इनमें लेग बैलेंस व्यक्तिगत में प्रदीप्ता कुमार मोहापात्रा आल इंडिया पुलिस स्वर्ण पदक, सुधांशु शेखर बिहार रजत पदक, फॉरवर्ड बैंड व्यक्तिगत में दलीप सिंह चंडीगढ़ स्वर्ण पदक, अर्णव हरियाणा रजत पदक और ध्रुव पोखरियाल उत्तराखंड को कांस्य पदक प्रदान किया गया। वहीं सीनियर वर्ग से आर्टिस्टिक ग्रुप में अर्जुन परमार राजस्थान, वैभव महाराष्ट्र,रोहित हरियाणा, दलीप सिंह चंडीगढ़ ने भाग लिया। निर्णायक मंडल द्वारा प्रतिभागियों द्वारा प्रदर्शन के आधार पर मूल्यांकन किया गया। प्रतियोगिता के दौरान सभागार में दर्शक प्रतिभागियों के प्रदर्शन को देखकर रोमांचित हुए।