पर्यावरण सम्मत कीट नियंत्रण अपनाने लिया संकल्प
भिलाई : न्यूज़ 36 : विश्व कीट दिवस के अवसर पर शुक्रवार को ट्विन सिटी में कीट नियंत्रण (पेस्ट कंट्रोल) क्षेत्र से जुड़े लोगों ने जनजागरुकता कार्यक्रम का आयोजन दुर्ग में किया। इस दौरान स्वास्थ्य, कृषि और पर्यावरण की दृष्टि से लोगों में कीट नियंत्रण की महत्ता के बारे में जागरूकता बढ़ाने चर्चा की गई। उल्लेखनीय है कि विश्व कीट दिवस की शुरुआत 6 जून को 2017 को चीन, अमेरिका और यूरोप के कीट नियंत्रण संगठनों द्वारा मिलकर की गई थी।
तब से हर साल यह आयोजन किया जा रहा है। दुर्ग में आयोजित कार्यक्रम में पेस्ट मैनेजमेंट एसोसिएशन पुणे, छत्तीसगढ़ रीजन हेड मजहर नदीम ने उपस्थित लोगों को ऑडियो-विजुअल माध्यम से प्रस्तुतीकरण देते हुए बताया कि मच्छर, चूहे, कॉकरोच और दीमक जैसे कीट न सिर्फ हमारी फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि कई बार ये खतरनाक बीमारियाँ भी फैलाते हैं।
कोविड-19 महामारी के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि स्वच्छता और संक्रमण नियंत्रण में कीट नियंत्रण सेवाएं कितनी आवश्यक हैं। अस्पतालों, होटलों और सार्वजनिक स्थानों पर कीट मुक्त वातावरण बनाए रखना आज की प्राथमिकता बन गई है। उन्होंने कहा कि कीटनाशकों का अत्यधिक प्रयोग पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य दोनों के लिए खतरा बन सकता है। इसलिए अब बायोलॉजिकल कंट्रोल, जैविक कीटनाशक, और एकीकृत कीट प्रबंधन (आईपीएम) जैसे विकल्पों को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कीट नियंत्रण के लिए आम जनता की भूमिका भी महत्वपूर्ण है।
जिसमें लोगों को अपने घरों में साफ-सफाई रखना, घरों में पानी जमा न होने देना, अनाज को सुरक्षित स्थान पर रखना जैसे छोटे कदम भी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। साथ ही, प्रमाणित कीट नियंत्रण सेवाओं का समय-समय पर उपयोग करना भी जरूरी है। विश्व कीट दिवस सिर्फ कीट नियंत्रण उद्योग के लिए ही नहीं, बल्कि हम सभी के लिए एक अवसर है—स्वस्थ जीवन और सुरक्षित फसलों की दिशा में सोचने और कार्य करने का।
इस दौरान उपस्थित लोगों ने पर्यावरण-सम्मत और वैज्ञानिक तरीकों से कीट नियंत्रण के उपायों को लागू करने का संकल्प लिया। इस मौके पर कुंज बिहारी चंद्राकर, नंद किशोर साहू, रणजीत यादव, मोहम्मद नाजिम और रेहाना खान सहित अनेक लोग मौजूद थे।