नई दिल्ली : खुदरा महंगाई की दर अक्तूबर में भले ही 7% के नीचे पहुंच गई हो, लेकिन आम आदमी को महंगाई से राहत नहीं मिल पा रही है। तीन दिन में खाने-पीने के सामानों की कीमतें 5% तक बढ़ी हैं। उपभोक्ता मंत्रालय के मुताबिक, कुछ सामानों को छोड़कर बाकी के दाम बढ़े हैं। चावल का भाव बुधवार को 37.96 रुपये प्रति किलो पहुंच गया, जो 20 नवंबर को 38.29 रुपये था।
गेहूं का भाव 30.87 रुपये से बढ़कर 31.61 रुपये, चना दाल की कीमत 71.78 रुपये से बढ़कर 74.21 रुपये व अरहर दाल का भाव 111.75 रुपये से बढ़कर 113.16 रुपये किलो हो गया। उड़द दाल की कीमत 106.72 से बढ़कर 109.17 रुपये, मसूर दाल 94.23 से 96.31 रुपये व मूंग दाल 102 रुपये से बढ़कर 104 रुपये किलो पहुंच गई है। हालांकि, चायपत्ती और सरसों तेल के दाम घटे हैं।
आंकड़ों के अनुसार, सोया तेल की कीमत 155.17 से बढ़कर 155.62 रुपये लीटर हो गई है। पाम तेल का भाव इसी दौरान 117.55 से बढ़कर 118.39 रुपये लीटर हो गया है। दूध की कीमत 53.86 रुपये से बढ़कर 55.18 रुपये लीटर जबकि मूंगफली तेल का भाव 188.51 से बढ़कर 190.86 रुपये लीटर हो गया है।
गेहूं के दाम में असामान्य तेजी पर कदम उठाएगी सरकार
सरकार ने बुधवार को कहा, गेहूं की कीमतों पर उसकी नजर है। अगर खुदरा बाजार में इसके दाम में असामान्य तेजी आती है तो उस पर अंकुश के लिए कदम उठाए जाएंगे। खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा, चावल की कीमतें स्थिर हैं। मई में गेहूं पर प्रतिबंध लगाने के बाद गेहूं की खुदरा कीमतें 7% बढ़ी हैं। यह एमएसपी में वृद्धि की तुलना में 4-5 फीसदी है।