Kedarnath Kapat: केदारनाथ धाम के कपाट आज गुरुवार सवेरे 8.30 बजे परंपरा अनुरूप विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भारी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति में बंद कर दिये गये, आज यमुनोत्री धाम के कपाट भी बंद किए जाएंगे, उसके बाद 19 नवंबर को बदरीनाथ धाम का भी कपाट बंद किया जाएगा
भाई दूज के मौके पर शीतकाल के लिए भगवान केदारनाथ धाम के कपाट हुए बंद। लेकिन क्या आप जानते हैं कि केदारनाथ धाम के कपाट भाई दूज के मौके पर ही क्यों बंद होते हैं? नहीं तो चलिए जानते हैं कि इसकी क्या मान्यता है। दरअसल, केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने की मान्यता महाभारत और पांडवों से जुड़ी है। (Kedarnath Kapat)
केदारनाथ धाम के कपाट आज गुरुवार सवेरे 8.30 बजे परंपरा अनुरूप विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भारी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति में बंद कर दिये गये,आज यमुनोत्री धाम के कपाट भी बंद किए जाएंगे, उसके बाद 19 नवंबर को बदरीनाथ धाम का भी कपाट बंद किया जाएगा
भाई दूज के मौके पर केदारनाथ धाम के कपाट को बंद कर दिया गया। इससे पहले विग्रह पूजा को संपन्न कराया गया। बाबा केदार के कपाट बंदी के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। वहीं, यमुनोत्री धाम में भी कपाट बंदी की प्रक्रिया को पूरा कराया जा रहा है। भाई दूज के मौके पर ही यमुनोत्री के कपाट को बंद किया जाएगा।
यमुनोत्री धाम पर भी बड़ी संख्या में कपाट बंदी की प्रक्रिया का दर्शन करने श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या पहुंची । केदारनाथ धाम में संधि विग्रह के बाद निकलने वाली डोली यात्रा के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी चल रहे हैं। यह यात्रा उखी मठ स्थित ओकारेश्वर मंदिर तक जाएगी। वहां पर बाबा केदार के संधि विग्रह की पूजा अगले छह माह तक होगी। बैंड-बाज के साथ बाबा की डोली अपने शीतकालीन प्रवास स्थान की ओर जा रही है।