दुर्ग : न्यूज़ 36 : भाजपा के निर्वतमान जिलाध्यक्ष जितेंद्र वर्मा का जन्मदिन एक खास अवसर है, जो उनके नेतृत्व और संगठनात्मक कौशल को याद करने का एक मौका देता है। जितेंद्र वर्मा ने दुर्ग जिले में भाजपा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया और संगठन को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
*गुटबाजी तोड़कर एकता की शुरुआत*
जितेंद्र वर्मा ने अपने कार्यकाल में गुटबाजी की दीवारें तोड़ीं और हर कार्यकर्ता को बराबरी का सम्मान दिया। उन्होंने “एक आवाज, एक लक्ष्य” का मंत्र दिया और संगठन को एकजुट करने में सफल रहे। उनके नेतृत्व में कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा और संगठन की एकता मजबूत हुई।
*चुनावी जीत की कहानी*
दुर्ग जिले में उनके नेतृत्व में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने चार सीटों पर जीत हासिल की। साजा से ईश्वर साहू, अहिवारा से डोमन लाल कोर्सेवाड़ा, दुर्ग ग्रामीण से ललित चंद्राकर, और दुर्ग शहर से गजेंद्र यादव ने जीत दर्ज की। इसके अलावा, सांसद विजय बघेल ने पाटन में पूर्व मुख्यमंत्री को कड़ी टक्कर देकर अन्य सीटों पर जीत की राह आसान की।
*संगठनात्मक उपलब्धियां*
जितेंद्र वर्मा के कार्यकाल में दुर्ग भाजपा ने कई संगठनात्मक उपलब्धियां हासिल कीं। सदस्यता अभियान में दुर्ग भाजपा ने पूरे प्रदेश में पहला स्थान पाया। मंडल अध्यक्षों के चुनाव में जो सामंजस्य और एकता दिखी, वह आने वाले समय के लिए प्रेरक उदाहरण बन गई।
*कठिन समय में भी अडिग संकल्प*
नगरीय निकाय चुनाव के दौरान उनके पिता गंभीर रूप से बीमार थे, और वे खुद स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। बावजूद इसके, वे चुनावी मोर्चे पर डटे रहे और दुर्ग भाजपा की चारों ओर जीत सुनिश्चित की।
*धार्मिक-सांस्कृतिक जुड़ाव से बढ़ी स्वीकार्यता*
कांवड़ यात्रा जैसे आयोजनों के माध्यम से उन्होंने न केवल संगठन को धार्मिक भावनाओं से जोड़ा, बल्कि समाज के हर वर्ग में अपनी स्वीकृति मजबूत की। इससे संगठन की पहुंच और प्रभाव बढ़ा।
*विरासत*
5 जनवरी को नए जिलाध्यक्ष के कार्यभार संभालने के साथ वे पद से मुक्त हुए, लेकिन पीछे छोड़ गए मजबूत संगठन, जीत का आत्मविश्वास और सामंजस्य की परंपरा—एक ऐसी विरासत, जिसे आने वाले वर्षों तक याद किया जाएगा।
*जन्मदिन की बधाई*
आज, उनके जन्मदिन पर शुभकामनाओं की बाढ़ है। कार्यकर्ता, मित्र और शुभचिंतक उन्हें याद कर रहे हैं और संगठन के प्रति उनके अमूल्य योगदान को नमन कर रहे हैं। युवा चैनल से उनके सहयोगी दिलीप साहू के अनुसार, 10 अगस्त को उनके 53वें जन्मदिन की शुरुआत प्रकृति सेवा से हुई। पाटन ब्लॉक के ग्राम सेलूद स्थित धान उपार्जन केंद्र में उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेते हुए वृक्षारोपण किया। इसके बाद कौही स्थित शिव मंदिर में पूजा-अभिषेक के पश्चात पाटन में आयोजित जन्मदिन उत्सव में हजारों लोगों ने उमड़कर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं।