Saturday, September 13, 2025

अमेरिका में जीवंत हो उठी भारतीय संस्कृति, किया शिक्षकों का सम्मान

भिलाई मूल की जैन दंपति की पहल पर हिंदी और भारतीयता से जुड़े आयोजन

भिलाई : न्यूज़ 36 : इस्पात नगरी भिलाई से अमेरिका में जा बसे जैन दंपति वहां भारतीयता और हिंदी को आगे बढ़ाने में अपना विशिष्ट योगदान दे रहे हैं। इसी कड़ी में अमेरिका के सेंट लुइस शहर स्थित हिंदी यूएसए –हेरिटेज लैंग्वेज स्कूल ने शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया। यह आयोजन भारत के महान दार्शनिक और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर आयोजित किया गया, जिसमें 14 कक्षाओं के लगभग 200 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया।


इन विद्यार्थियों ने अपने शिक्षकों को गुलदस्ते, शुभकामना कार्ड और उपहार देकर अपना आभार व्यक्त किया। इस आयोजन में बच्चों ने स्वयं हस्तनिर्मित ग्रीटिंग कार्ड बनाए और शिक्षकों को उपहार भी भेंट किए। कार्यक्रम ने यह सिद्ध कर दिया कि भारतीय मूल के बच्चों को अमेरिका में रहते हुए भी अपनी जड़ों से जोड़े रखना संभव है– बस ज़रूरत है समर्पण, मार्गदर्शन और समुदाय की एकजुटता की।
उल्लेखनीय है कि हिंदी यूएसए, सेंट लुइस में पिछले आठ वर्षों से हिंदी भाषा और भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार में जुटा हुआ है। इस समय स्कूल में कुल 31 शिक्षक और 3 प्रशासनिक सदस्य कार्यरत हैं। यह संस्था अमेरिका की सबसे बड़ी गैर-लाभकारी हिंदी भाषा स्कूलों में से एक है, और पूरे मिडवेस्ट अमेरिका में यह सबसे बड़ी संस्था है।

हिंदी यूएसए सेंट लुईस शाखा की स्थापना मयंक जैन और डॉ अंशु जैन, जो कि भिलाई (छत्तीसगढ़) से हैं, ने अपने नियमित कार्यों के साथ-साथ समाजसेवा के रूप में 2018 में की थी। आज यह संस्था सैकड़ों बच्चों को न केवल हिंदी पढ़ा रही है, बल्कि उन्हें भारतीय संस्कृति, त्योहारों, मूल्यों और भाषायी विविधता से भी परिचित करा रही है।

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