स्वस्थ्य समाज के निर्माण में नर्सिंग की भूमिका महत्वपूर्ण : राठौड़
भिलाई : न्यूज़ 36 : शासकीय नर्सिंग महाविद्यालय, दुर्ग का दीप प्रज्ज्वलन एवं शपथ ग्रहण समारोह शुक्रवार को महात्मा गांधी कला मंदिर, सिविक सेंटर भिलाई में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि दुर्ग संभाग के आयुक्त सत्यनारायण राठौड़ ने सभी नर्सिंग छात्राओं को भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्वस्थ्य समाज के निर्माण में नर्सिंग की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है और हर नर्स समूची मानवता की भलाई के लिए कार्य करती हैं। उन्होंने छात्राओं का आह्वान किया कि अगले 4 साल पूरे मनोयोग से अपनी पढ़ाई पूरी करें और इसके बाद एक स्वस्थ्य व सुखी समाज के निर्माण में अपना योगदान दें।
विशिष्ट अतिथि चंदूलाल चंद्राकर स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय दुर्ग की अधिष्ठाता डॉ. तृप्ति नागरिया ने लैम्प लाइटिंग के महत्व पर रोशनी डालते हुए कहा कि जिस तरह एक दीपक खुद जल कर रोशनी फैलाता है, ठीक वैसा ही नर्सिंग का पेशा है जिसमें इस क्षेत्र में आने वाले अपना विशिष्ट योगदान देते हैं।
चंदुलाल चंद्राकर स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध चिकित्सालय, दुर्ग की संयुक्त संचालक एवं मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ. जयंती चंद्राकर ने कहा कि रामायण में लंका विजय से पहले समुद्र पर पुल निर्माण के दौरान जिस तरह गिलहरी ने बहुत छोटा ही सही लेकिन महत्वपूर्ण योगदान दिया था, ठीक वैसा ही हमें नर्सिंग करियर में समाज में अपना योगदान देना होता है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि नर्सिंग के पेशे में आने के बाद हमारी छात्राओं का समाज और मानवता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती रमा राजेश, प्राचार्या, शासकीय नर्सिंग महाविद्यालय, दुर्ग ने की।। कार्यक्रम में महाविद्यालय के अन्य वरिष्ठ नर्सिंग शिक्षिकाएं वंदना चौहान, सह-प्राध्यापक एवं सपना ठाकुर, सह-प्राध्यापक भी उपस्थित रहीं।
वेबसाइट लांच, हुई सांस्कृतिक प्रस्तुति
इस अवसर पर संभागायुक्त सत्यनारायण राठौड़ ने महाविद्यालय की अपडेटेड वेबसाईट लांच की। वहीं नर्सिंग छात्राओं ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। जिसमें देशभक्ति गीत-संगीत के अलावा गणेश वंदना उल्लेखनीय रही।
एक को राष्ट्रीय कान्फ्रेंस, चार्ट-मॉडल प्रदर्शित होंगे और रील्स प्रतियोगिता भी
आयोजन की कड़ी में शासकीय नर्सिंग कॉलेज दुर्ग की ओर से तीसरी राष्ट्रीय कांफ्रेंस (हाइब्रिड मोड पर) शनिवार एक मार्च को रखी गई है। जिसमें सुबह 9:00 से शाम 4:00 तक चार अलग-अलग वैज्ञानिक सत्र होंगे। इनमें नर्सिंग से जुड़े विभिन्न विषयों पर शोध पत्र पढ़े जाएंगे और पैनल चर्चा भी होगी। शाम 4:00 बजे समापन समारोह एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। इस राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का विषय ‘विश्व को बदलने में नर्सिंग शक्ति’ रखा गया है। इसके साथ ही देश भर के प्रतिभागियों की ओर से चार्ट-मॉडल भी प्रदर्शित किए जाएंगे। आयोजन में प्रतिभागियों के लिए रील्स प्रतियोगिता भी रखी गई है। जिसमें प्रतिभागी नर्सिंग पेशे से संबंधित रील्स प्रस्तुत करेंगे।