Tuesday, December 3, 2024

भिलाई स्टील प्लांट में 15 मेगावाट फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट की रखी गई आधारशिला

भिलाई : न्यूज़ 36 : टिकाऊ ऊर्जा समाधानों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में, एनएसपीसीएल (एनटीपीसी-सेल पावर कंपनी लिमिटेड) ने भिलाई स्टील प्लांट में 15 मेगावाट के फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट की स्थापना के लिए आधारशिला रखी। रविवार को हुए इस आयोजन में एनएसपीसीएल के चेयरमैन रविंद्र कुमार और सेल-बीएसपी निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता मुख्य रूप से शामिल हुए। इनके साथ निदेशक, एनएसपीसीएल सी. शिवकुमार और आरईडी (डब्ल्यूआर-II), एनटीपीसी लिमिटेड,दिवाकर कौशिक, सीईओ-एनएसपीसीएल और एनटीपीसी लिमिटेड और सेल के प्रतिष्ठित बोर्ड सदस्य व अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे। यह पहल एनएसपीसीएल की नवीकरणीय ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आधारशिला समारोह के दौरान एनएसपीसीएल के चेयरमैन रविंद्र कुमार ने परियोजना के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “15 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट न केवल एनएसपीसीएल के लिए एक मील का पत्थर है बल्कि हमारे सतत विकास के प्रति समर्पण का प्रमाण है। हम भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमताओं को बढ़ाने और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”  उन्होंने अपने उद्बोधन में भारत के महत्वाकांक्षी नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों का समर्थन करने और स्वच्छ, हरित भविष्य में एनएसपीसीएल की भूमिका को रेखांकित किया।
सेल-बीएसपी के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने कहा, “यह 15 मेगावाट प्लांट पूरे भारत में सभी सेल प्लांट्स में एक प्रमुख परियोजना होगी, जो नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की ओर मार्गदर्शन करेगा। सेल ऊर्जा संरक्षण के लिए समर्पित है और वैश्विक वार्मिंग से लड़ने की अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित कर रहा है।”
भिलाई स्टील प्लांट के मरोदा टैंक में यह तैरते हुए सोलर पैनल ऊर्जा उत्पादन की दिशा में अत्याधुनिक परियोजना साबित होंगे, जो औद्योगिक अनुप्रयोगों में नवीकरणीय ऊर्जा की क्षमता को प्रदर्शित करेंगे। पारंपरिक भूमि आधारित सौर प्रतिष्ठानों की तुलना में पानी में तैरते सोलर पावर प्लांट कई लाभ प्रदान करते हैं। ये प्रणालियाँ भूमि उपयोग को काफी कम करती हैं, जिससे वे उन क्षेत्रों के लिए आदर्श बनती हैं जहाँ भूमि की उपलब्धता एक बाधा होती है। इसके अतिरिक्त, ये जल निकायों से वाष्पीकरण की दर को कम करके पानी को संरक्षित करने में मदद करती हैं और जल के प्राकृतिक शीतलन प्रभाव के कारण सोलर पैनलों की दक्षता को बढ़ाती हैं। भिलाई स्टील प्लांट के लिए जल वाष्पीकरण में बचत के कारण अनुमानित मौद्रिक बचत करोड़ों में होगी।


यह 15 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर प्लांट लगभग एक वर्ष में स्थापित होने की उम्मीद है। यह पर्याप्त विद्युत उत्पादन भिलाई स्टील प्लांट की ऊर्जा आवश्यकताओं के एक महत्वपूर्ण हिस्से को पूरा करेगा, जिससे एक स्थिर और पर्यावरण अनुकूल बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी। इसके अलावा, यह पहल स्टील प्लांट के कार्बन फुटप्रिंट को काफी हद तक कम करने में योगदान देगी, जो ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के वैश्विक और राष्ट्रीय लक्ष्यों के अनुरूप है। महत्वपूर्ण रूप से, इस परियोजना को सेल की नवीकरणीय ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है और यह छत्तीसगढ़ में अपनी तरह की पहली परियोजना है, जो राज्य में भविष्य की ग्रीन एनर्जी परियोजनाओं के लिए एक मिसाल कायम करेगी। एनटीपीसी लिमिटेड, एनएसपीसीएल की मातृ कंपनी, विभिन्न स्थानों पर फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट स्थापित करने और सफलतापूर्वक संचालित करने में व्यापक अनुभव रखती है। इनमें से सबसे बड़ी रामागुंडम में 100 मेगावाट की क्षमता वाली है।
एनएसपीसीएल (एनटीपीसी-सेल पावर कंपनी लिमिटेड) राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड का एक संयुक्त उद्यम है जो भारत भर में सेल के विभिन्न स्टील प्लांट्स की कैप्टिव पावर आवश्यकता को पूरा करने के लिए बिजली उत्पादन में लगा हुआ है। एनएसपीसीएल एक सुरक्षित और स्वस्थ कार्य वातावरण सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और उद्योग के लागू नियमों और वैधानिक आवश्यकताओं का पालन करता है। इसके अलावा, इसके पास एक सुरक्षा नीति है और जहां भी आवश्यक हो, सुधारात्मक उपाय करने के लिए लगातार सुरक्षा ऑडिट किए जा रहे हैं।
एनएसपीसीएल नए और नवोन्मेषी समाधानों की खोज करके नवीकरणीय ऊर्जा में अपनी नेतृत्व क्षमता को जारी रखने का लक्ष्य रखता है। भिलाई स्टील प्लांट में फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट की सफलता एनएसपीसीएल की उच्च-प्रभाव वाली नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को वितरित करने की क्षमता और सतत विकास के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
एनएसपीसीएल द्वारा भिलाई स्टील प्लांट में 15 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट कंपनी की सतत भविष्य की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह परियोजना न केवल औद्योगिक संचालन के लिए एक हरित विद्युत समाधान प्रदान करती है बल्कि एनएसपीसीएल के नवीकरणीय ऊर्जा पदचिह्न को बढ़ाने के रणनीतिक दृष्टिकोण को भी मजबूत करती है। जैसे-जैसे भारत एक हरित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है, एनएसपीसीएल की पहले राष्ट्र के लिए एक सतत और ऊर्जा-सुरक्षित भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
इस अवसर पर एनएसपीसीएल कॉर्पोरेट सेंटर, सेल बीएसपी, एनटीपीसी रायपुर के वरिष्ठ अधिकारी, सभी विभागों के एचओडी, एग्जीक्यूटिव एसोसिएशन के प्रतिनिधि, पावर यूनियन के प्रतिनिधि, विभिन्न क्लबों के प्रतिनिधि, कर्मचारी और अन्य आमंत्रित अतिथि उपस्थित थे।

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