दुर्ग न्यूज़ 36 : दुर्ग नगर निगम चुनाव में अब मतदाताओं की स्थिति और रुख धीरे-धीरे स्पष्ट होने लग रही है कि मतदाता किस ओर रुख करेंगे और अपने पार्षद के कार्यों का आकलन कैसे करेंगे?
भाजपा संगठन जिस तरह से मजबूत स्थिति में है उसे यह तो लगता है कि वह पुरे दमदारी से चुनाव लड़ेगी परंतु स्थानीय चुनाव में पार्टी ज्यादा अहमियत नहीं रखती बल्कि उससे ज्यादा अहमियत प्रत्याशी की छवि होती है वार्ड नंबर 39 की बात करें तो दुर्ग के वार्ड नंबर 39 में गुलाब वर्मा जो भारतीय जनता पार्टी से प्रत्याशी हैं की स्थिति काफी खराब है। वार्ड वासियों की माने तो 5 साल में वार्ड में सड़कों का निर्माण की उंगलियों में गिना जा सकता है। एक दो सड़क का ही निर्माण हुआ स्थिति यहां तक है कि पार्षद के निवास के सामने की सड़क ही आज टूट-फूटी स्थिति में है। वार्ड में स्थित सामुदायिक वहां जर्जर अवस्था में है। परंतु उसे पर संधारण कार्य नहीं हो सका। डबरी में प्लाटिंग हो चुकी है, डबरी में प्लाटिंग की आड़ में तालाब के हिस्से को भी पाटने की खबर आ रही है। प्लाट दलाली का काम करने वाले गुलाब वर्मा के ऊपर वार्ड वासी आरोप लगा रहे हैं। कि तालाब के हिस्से को भी अतिक्रमण कर लिया गया है स्थिति की असली समीक्षा तो जांच के बाद ही सामने आ सकती है परंतु वार्ड में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। वार्ड वासी अब एक बार फिर 11 फरवरी का इंतजार कर रहे हैं।11 फरवरी को वार्ड की जनता अपना रोष पूर्व पार्षद के ऊपर लगाकर नए पार्षद के चुनाव के लिए तैयार है । वार्ड वासियों की माने तो पिछले 5 सालों में वार्ड की जनता की मूलभूत सुविधाओं के लिए जनता परेशान होती रही सड़क नाली पानी बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए वार्ड में कोई ऐसा सराहनी कार्य नहीं हुआ जो वार्ड की जनता को भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के हक में पक्ष में मतदान करने के लिए प्रेरित करें। मध्य वर्गी जनता अगर वार्ड में पार्षद के रूप में भारतीय जनता पार्टी को नकारती है तो प्रत्यक्ष प्रणाली के चुनाव में कहीं ना कहीं भारतीय जनता पार्टी के महापौर प्रत्याशी अलका वाघमारे के वोट बैंक में भी कटौती होगी ऐसे में अब देखना यह है कि आने वाले 10 दिनों में वर्मा किस तरह वार्ड वासियो को अपने पक्ष में करते हैं और भाजपा को जीत दिलाते हैं या फिर अपने साथ-साथ भाजपा प्रत्याशी को भी नुकसान पहुंचाते हैं।
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