भिलाई : न्यूज़ 36 :11 साल की एक बालिका स्वजनों से बिछड़ गई। दुर्ग चंडी मंदिर के पास अकेली मिली । आरक्षक की नजर पड़ी बालिका ने अपना नाम तो बता दिया, पर वह अपने माता-पिता का नाम नहीं बता पा रही थी। पुलिस ने साइबर प्रहरियों की मदद ली। कुछ देर बाद बालिका के घरवाले मिल गए। बीते मंगलवार को डायल 112 आरक्षक रवि सोनी द्वारा थाना प्रभारी दुर्ग को फोन से बताया कि एक नाबालिक बालिका चंडी मंदिर दुर्ग के पास अकेले भटकते हुए मिली। नाम पूछने पर अपना नाम हर्षित दुबे बता रही है, लेकिन अपने माता-पिता का नाम नहीं बता पा रही है ।अपनी नानी का घर गाडाडीह ‘पाटन” का होना बता रही है। नाबालिक बालिका को थाना लाया गया । थाना सिटी कोतवाली प्रभारी निरीक्षक महेश ध्रुव ने तत्काल मामले की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी थाना प्रभारी दुर्ग द्वारा थाना प्रभारी पाटन को नाबालिक बालिका के घरवालों की पता तलाश करने के लिए फोटो भेजा गया। बता दे की एसएसपी ने जिले में पुलिस साइबर प्रहरी बनाया गया है, जिससे थाना दुर्ग क्षेत्र में बीट कर्मचारियों द्वारा अपने-अपने बीट साइबर प्रहरी ग्रुपों में फोटो को भेजा गया । महिला आरक्षक अनीता भास्कर ने वार्ड 56 बघेरा साइबर प्रहरी ग्रुप में बालिका की फोटो भेजने पर ग्रुप में जुड़े आम जनता से उसकी पहचान की गई । पहचान होते ही बालिका को पुलिस ने उसकी माता भारती दुबे पति गौतम दुबे निवासी वार्ड 56 बधेरा को सौंप दिया ।