नई दिल्ली: अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद के ऐलान कर दिया कि वे कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे. राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. ये बैठक करीब 1.30 घंटे चली. बैठक के बाद उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से 50 साल में मुझे कांग्रेस पार्टी ने इंदिरा गांधी के समय से ही चाहें, कोई भी अध्यक्ष रहा, मुझे हमेशा विश्वास करके जिम्मेदारी दी गई.
राहुल गांधी ने जब फैसला किया, उसके बाद भी घटना हुई, उस घटना ने हिलाकर रख दिया. पूरे देश में मैसेज चला गया कि मैं सीएम बना रहना चाहता हूं. मैंने इसके लिए सोनिया गांधी से माफी मांगी है. मैं कांग्रेस का वफादार हूं.
अशोक गहलोत जब सोनिया गांधी से मिलने 10 जनपद गए, तो उनके पास एक पेपर था. इसमें लिखा था जो हुआ बहुत दुखद है, मैं भी बहुत आहत हूं.