जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के सफाए में जुटी सेना का ऑपरेशन लगातार जारी है. इस बीच पीओके को वापस लेने के लिए भी सेना बिल्कुल तैयार है. इस बात की जानकारी खुद सेना के उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने दी है.
उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि पीओके वापस लेने के लिए सेना तैयार है. बस सरकार के आदेश का इंतजार है.
मतलब साफ है कि सरकार की ओर से आदेश आते ही सेना पीओके को वापस लेने के अभियान में जुट जाएगी. उनका ये बयान ऐसे समय में सामने आया है जब सेना लगातार जम्मू-कश्मीर में आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर रही है. मंगलवार को भी जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) से देश में घुसपैठ की अलग-अलग कोशिशों को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने नाकाम कर दिया. बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी.
जवानों ने घसपैठ की कोशिश की नाकाम
उन्होंने बताया कि एक घटना में एक पाकिस्तानी घुसपैठिया मारा गया, जबकि दूसरी घटना में एक अन्य घुसपैठिये को गिरफ्तार किया गया है. प्रवक्ता के मुताबिक, सतर्क जवानों ने सोमवार तड़के जम्मू के अरनिया सेक्टर और सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर दिया. उन्होंने बताया कि बीएसएफ के जवानों ने पाकिस्तानी घुसपैठिये को अरनिया सेक्टर में सीमा बाड़ की ओर आता देख उस पर गोलियां चलाईं.
प्रवक्ता ने कहा, पाकिस्तानी घुसपैठियों को रुकने के लिए कहा गया, लेकिन वह नहीं माना। इसलिए जवानों को गोलियां चलानी पड़ीं, जिससे उसकी मौत हो गई. प्रवक्ता के अनुसार, एक अन्य घटना में सैनिकों ने रामगढ़ सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार कर बाड़ के पास पहुंच गए एक पाकिस्तानी घुसपैठिये को गिरफ्तार कर लिया. प्रवक्ता ने कहा, द्वार खोलने के बाद उसे भारतीय सीमा में बाड़ के पास लाया गया। उसके पास से कोई भी संदिग्ध सामग्री बरामद नहीं हुई है.उन्होंने बताया कि दोनों सेक्टर में व्यापक स्तर पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.