भिलाई : न्यूज़ 36 : दुर्ग रेलवे स्टेशन पर जीआरपी ने शालीमार-कुर्ला एक्सप्रेस से एक बांग्लादेशी को गिरफ्तार किया है। आरोपित मुंबई पुलिस की कस्टडी से फरार हुआ था और कोलकाता के रास्ते बांग्लादेश भागने की कोशिश में था। आरोपित को मुंबई पुलिस की टीम लेकर वापस रवाना हो गई। वह अवैध तरीके से बार्डर पार कर भारत पहुंचा था।
दुर्ग जीआरपी को शुक्रवार रात मुंबई पुलिस से सूचना मिली थी कि एक बांग्लादेशी आरोपित शालीमार-कुर्ला एक्सप्रेस से कोलकाता जा रहा है। सूचना पर जीआरपी ने दुर्ग स्टेशन पर रात करीब नौ बजे ट्रेन के पहुंचते ही जांच शुरू की।
ट्रेन के एस-1 कोच में संदिग्ध युवक मिला, उसे हिरासत में लिया गया। पूछताछ में उसकी पहचान अजमीर शेख निवासी बांग्लादेश के रूप में हुई। अजमीर शेख की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही मुंबई पुलिस की टीम फ्लाइट से रायपुर और वहां से सड़क मार्ग से दुर्ग पहुंची। सभी औपचारिकताएं पूरी – करने के बाद आरोपित को मुंबई लेकर रवाना हो गई। टीम में एक एएसआइ व हवलदार थे।
इस तरह पहुंचा था भारत
पुलिस पूछताछ में अजमीर ने बताया कि करीब 11 महीने पहले वह बांग्लादेश से अवैध रूप से भोमरा बार्डर पार कर भारत में दाखिल हुआ था। वह सिलिगुड़ी से -हावड़ा होते हुए मुंबई पहुंचा और वहां बांस का काम करने लगा। काम के दौरान जिस व्यक्ति के साथ वह काम करता था, उसी ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। अज़मीर के अनुसार वह आठ महीने तक जेल में रहा। तीन दिन पहले उसे पुलिस ने कुछ जानकारी लेने चौकी लाया था, इस दौरान ही वह कस्टडी से फरार हो गया।
‘बार्डर पार कराने वाले दलाल का जिक्र अजमीर ने पुलिस को बताया कि बार्डर पार कराने के लिए उसने एक दलाल को पांच हजार दिए थे। मुंबई में वह किराए की खोली में तीन हजार प्रतिमाह पर रहता था और बांस का काम कर सात से आठ सौ रोजाना कमाता था। पुलिस का कहना है कि अजमीर शेख की गतिविधियों को देखते हुए आशंका है कि उसके अन्य साथी भारत में सक्रिय हो सकते हैं।
आरोपित के पास न तो पासपोर्ट था, न वीजा और न ही भारत में रहने का कोई वैध दस्तावेज। उसने ट्रेन का जनरल टिकट लेकर यात्रा शुरू की थी, रास्ते में टीट ने उसका फाइन भी किया था। आरोपित को मुंबई पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
( राजेंद्र सिंह, थाना प्रभारी जीआरपी )
