Anxiety Symptoms : ठंड में चिंता और उदासी रहना सामान्य बात नहीं है। यह एक मानसिक विकार हो सकता है, जिसे सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर और विंटर ब्लूज कहते हैं। क्योंकि, ठंड के मौसम में एंग्जायटी हॉर्मोन दिमाग के अंदर तेजी से बढ़ने लगता है और उसके लक्षण दिखने लगते हैं।
पूरे दिन उदासी, चिंता, बेचैनी और अरुचि महसूस करना एंग्जायटी हॉर्मोन बढ़ने के लक्षण (Symptoms of Increasing Anxiety) होते हैं। इसके कारण मरीज को बहुत ज्यादा नींद आने लगती है और कार्बोहाइड्रेट्स व मीठा खाने की इच्छा प्रबल हो जाती है। मायोक्लीनिक द्वारा बताए गए एंग्जायटी हॉर्मोन के लक्षण दिखने पर आपको तुरंत उपाय करना चाहिए। (Anxiety Symptoms)
चिंता और उदासी का कारण
चिंता और उदासी बढ़ने का कारण एंग्जायटी हॉर्मोन होता है, जिसे कोर्टिसोल कहते हैं। जब दिमाग की एड्रेनल ग्लैंड इसका उत्पादन ज्यादा करने लगती है, तो मरीज को तनाव व अवसाद घेर लेता है। इसके अलावा, सेरोटोनिन और मेलाटोनिन जैसे फील-गुड हॉर्मोन का गिरना भी विंटर ब्लूज का कारण बनता है।
क्यों बढ़ता है एंग्जायटी हॉर्मोन?
NCBI की एक रिपोर्ट साफ बताती है कि सर्दियों में एंग्जायटी हॉर्मोन का स्तर बढ़ जाता है। जिसके पीछे की वजह सूरज की रोशनी कम मिलना हो सकती है। कई शोधों में सूरज की रोशनी को एंग्जायटी हॉर्मोन कंट्रोल करने में सहायक देखा गया है।
एंग्जायटी हॉर्मोन बढ़ने से खतरा
हेल्थलाइन के मुताबिक, बहुत लंबे समय तक एंग्जायटी हॉर्मोन का बढ़ा हुआ लेवल कई खतरनाक बीमारियों का कारण बन सकता है। जैसे-
हाई बीपी, डायबिटीज, दिल की बीमारी आदि
कम ना होने वाला मोटापा
इम्यून सिस्टम कमजोर होना
नींद ना आना
एनर्जी की कमी
दिमाग कमजोर होना
गहरी सांस लेना
दिमाग के लिए गहरी सांस लेना फायदेमंद होता है। गहरी सांस लेने से कोर्टिसोल लेवल घटने लगता है और चिंता कम हो जाती है। Pubmed पर छपी रिसर्च बताती है कि ताजी हवा में रेगुलर डीप ब्रीदिंग करने पर एंग्जायटी हॉर्मोन का लेवल गिरने लगता है।
चिंता कम करने के टिप्स
कुछ और शोधों ने कोर्टिसोल लेवल को हमेशा कम रखने के लिए कुछ हेल्दी आदतें अपनाने के लिए कहा है। जैसे-
रोजाना सोने और जागने का एक समय
सुबह हल्का व्यायाम करना
कैफीन सीमित करना
निकोटीन और एल्कोहॉल ना लेना
रात में चटकीली रोशनी से दूर रहना, आदि
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। (Anxiety Symptoms)