Friday, October 18, 2024

कांग्रेस के बाद अब भाजपा के बागियों पर गिरेगी गाज परिणाम के बाद होगा फैसला सूची पहुंच चुकी…

दुर्ग: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 17 नवंबर को मतदान हो गए इस मतदान के बाद छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है अब केवल परिणाम आने का इंतजार किया जा रहा है किंतु मतदान एवं परिणाम के बीच अब राजनीतिक पार्टियों द्वारा अपने-अपने प्रत्याशियों के खिलाफ कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं पदाधिकारी नेताओं जनप्रतिनिधियों की खोज खबर लगाने में जुट गई है दुर्ग जिले में सबसे ज्यादा उथल-पुथल वैशाली नगर विधानसभा सीट में देखने को मिला जहां भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रिकेश सेन के खिलाफ कुछ तो चुनावी मैदान में उतर गए वहीं कुछ जनप्रतिनिधि अंदरुनी रूप से भाजपा प्रत्याशी के विरुद्ध कार्य करने की शंका के दायरे में आ गए हैं विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वैशाली नगर विधानसभा सीट जो कि भाजपा का गढ़ रही इस चुनाव में भीतरी घात के जबरदस्त अनुमान लगाए जा रहे हैं मीडिया मैनेजमेंट से लेकर बूथ मैनेजमेंट तक भेदभाव की बातें अब जोरों से चल रही है खबर तो यहां तक है कि मीडिया मैनेजमेंट की जिम्मेदारी जिन जिन को दी गई थी उनके द्वारा अपने अपने पसंदीदा लोगों को ही खुश रखा गया जिसके कारण भी भाजपा प्रत्याशी रिकेश सेन के विरुद्ध वाली खबरों की भरमार रही । वही वैशाली नगर क्षेत्र से भाजपा के बड़े नेता जेपी यादव एवम डॉ संगीता शाह के निर्दलीय चुनाव लड़ने से वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र के कई भाजपा पार्षद का समर्थन मिलने की शिकायतें भी प्रदेश आला कमान को देने की खबर मिली है ।
सिर्फ जनप्रतिनिधि ही नहीं संगठन के कई पदाधिकारी भी और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने वाले पदाधिकारी की एक लंबी फौज भी निर्दलीय प्रत्याशियों के पक्ष में काम करने की शिकायतें आला कमान को मिलने की बात चर्चा में है हालांकि यह कोई नहीं बता रहा की यह सूची प्रदेश आला कमान को किसके द्वारा पहुंचाई गई वही पार्टी के ऑब्जर्वर के द्वारा भी भाजपा प्रत्याशी के विरुद्ध कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं की शिकायतें प्रदेश संगठन में पहुंच जाने की खबर मिल रही है जिससे भीतरी घात करने वाले पदाधिकारी जनप्रतिनिधि अब भाजपा की जीत के दावे कर रहे हैं किंतु दावे कितने खोखले हैं यह मतदान के दिन प्रत्याशी के टेंट में ही नजर आने लगे ।
बता दें कि वैशाली नगर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी की घोषणा होते ही बगावत के सुर बुलंद हो गए थे वहीं भारतीय जनता पार्टी के वैशाली नगर क्षेत्र के जेपी यादव और डॉक्टर संगीता शाह के निर्दलीय मैदान में उतरने से उनके संपर्क में रहने वाले कई कार्यकर्ता भीतरी घात करने में अव्वल रहे इस बार वैशाली नगर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी का मुख्य मुकाबला कांग्रेस से नहीं स्वयं के कार्यकर्ताओं से ही था चुनावी अनुभव रखने वाले जिम्मेदार लोगों की अनुपस्थित निष्क्रियता इस चुनाव में चर्चा का विषय रही ।
हालांकि प्रदेश संगठन से नियुक्त ऑब्जर्वर द्वारा हर पहलू पर बारीक से नजर रखी जा रही थी और इसकी जानकारी प्रदेश संगठन को भी दी जा रही थी वही यह भी कहा जा रहा है कि ऐसे बगावती लोगों की सूची में तकरीबन दो दर्जन से भी अधिक नाम है जिनके द्वारा भाजपा प्रत्याशी के विरुद्ध कार्य करने का आरोप लग रहा है हालांकि प्रदेश संगठन अभी इस मामले पर मौन है और 3 दिसंबर परिणाम का इंतजार कर रहा है एक और जहां कांग्रेस के द्वारा विरोधी कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं को नोटिस और निलंबन की कार्यवाही शुरू भी हो चुकी है वहीं भारतीय जनता पार्टी अभी परिणाम का इंतजार कर रही है ।
देखने वाली बात यह होगी कि 3 दिसंबर के परिणाम के बाद बगावती तेवर और पार्टी विरोधी कार्य करने वाले लोगों की सूची पर प्रदेश शाला कमान किस गंभीरता से कार्यवाही करती है क्योंकि अब आने वाले 6 महीने में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं ऐसे में प्रदेश संगठन यह बिल्कुल भी नहीं चाहेगा कि इस तरह के पार्टी विरोधी कार्य से लोकसभा चुनाव में पार्टी को नुकसान हो वही यह भी चर्चा का विषय है कि प्रदेश संगठन बगावती तेवर और पार्टी विरोधी कार्य करने वालों पर सख्त कार्रवाई कर सकती है चर्चाओं का बाजार इतना गर्म है कि अब वहां पर परिणाम से ज्यादा किसने किसने बगावत की किसने किसने पार्टी विरोधी कार्य किया इस पर चर्चा चल रही है सूची में किनके किनके नाम है यह तो स्पष्ट नहीं है किंतु जब चर्चा की आग जल चुकी है तो कहीं ना कहीं चिंगारी तो लगी ही होगी अब देखना है यह जानकारी अपना रूप किस ओर और किस रूप में अख्तियार करती है ।

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