छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के प्रचार प्रसार थमने में महाज एक सप्ताह बाक़ी है ऐसे में छत्तीसगढ़ की चर्चित सीटों में से एक भिलाई नगर विधानसभा सीट की सियासत दिलचस्प मोड़ पर पहुँच गई है, इस सीट पर जोगी कांग्रेस से ज़हीर खान पहली बार चुनावी मैदान में हैं, तो वहीं दूसरी ओर इस सीट में निवर्तमान विधायक व पूर्व मंत्री भी चुनावी रण में हैं, ऐसे में एक ओर ज़हीर इस चुनाव में दोनों ही दलों को पछाड़ने लोगों के बीच पहुँचकर लगातार बैठक व जनसम्पर्क यात्राएँ कर रहे हैं, सुबह पाँच बजे से मॉर्निंग वॉक पर निकल महिलाओं युवाओं से मुलाक़ात कर बुजुर्गों से आशीर्वाद लेकर दिन का शुरुआत कर, कार्यकर्ताओं के साथ बैठक व सुबह से शाम तक विभिन्न वार्डों में मतदाताओं के बीच जनसम्पर्क यात्रा के दौरान वोट अपील करने पहुँचते हैं, जिसके बाद देर रात 2:00 से 3:00 बजे तक लगातार अलग-अलग स्थानों में बैठकों में शामिल हो रहे हैं ।
तो वहीं उनकी पत्नी आरेफ़ा ज़हीर खान ने भी दूसरी ओर से मोर्चा संभाल लिया है,सुबह सुबह किचन का कामकाज समेट कर दिन भर भिलाई नगर विधानसभा सभा प्रत्याशी ज़हीर खान के पक्ष में पूरे क्षेत्र में घुम घुमकर लगातार, 17 नवंबर को हल चलाता किसान चुनाव चिन्ह पर ईवीएम में एक नंबर पर बटन दबाकर ज़हीर खान को विजयी बनाने की अपील कर रही हैं,महिला मतदाताओं से आरेफ़ा ज़हीर खान लगातार कह रही हैं की भिलाई में महिला मतदाता, पुरुष मतदाताओं के लगभग बराबर ही हैं. ऐसे में महिला शक्ति संगठित हो जाए, तो फिर समय कितना भी विपरीत क्यों ना हो, हम सभी संगठित होकर भिलाई की दिशा, दशा और विधायक तीनों ही बदल सकते हैं. जैसे घर और समाज महिलाओं के बगैर नहीं बनता, उसी तरह यह सरकार भी महिलाओं के बगैर नहीं बन सकती .” जब जनप्रतिनिधि के संरक्षण में अपराधी बेख़ौफ़ हों, भय व आतंक का माहौल हो, भ्रष्टाचार चरम पर हो, घर की सुख व शांति को बर्बाद करने वाली शराब को जब जनप्रतिनीधी ही बिकवाने लगे, और उसी काली कमाई से अर्जित धन से साड़ी,पायल व रूपये देकर हमारे वोट ख़रीदने के कुत्सित प्रयास करने लगे तो हम यह कह सकते हैं कि, ये भिलाई की हम महिलाओं की ही जवाबदेही है जैसे घर को दूषित करने वाली गंदगी को घर से बाहर फेंक कर हम घर को साफ़ सुथरा बनाए रखते हैं, वैसे ही हमारे घर हमारे भिलाई को दूषित करने वालों को, यहाँ फैले गंदगी को बाहर करना बेहद ज़रूरी है, और यह काम किसी और को नहीं हम महिलाओं को ही अपनी वोट की शक्ति के बल पर 17 तारीख़ को हल चलाता किसान चुनाव चिन्ह पर ईवीएम में एक नंबर पर बटन दबाकर करना है। ताकि भिलाई का भविष्य यहाँ की संस्कृति और संस्कार को बचाया जा सके ।
भिलाई नगर विधानसभा प्रत्याशी ज़हीर की दमदार उपस्थिति को इस लिए भी नकारा नहीं जा सकता है,क्योंकि ज़हीर खान लगातार विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते रहे हैं,अनेक धार्मिक आयोजनो में संरक्षक के रूप में उपस्थित रहे हैं, केवल मुस्लिम समुदाय ही नहीं बल्कि हिंदुओं के बीच भी ज़हीर की काफ़ी लोकप्रियता है, ज़हीर की जनसम्पर्क यात्रा व बैठकों के दौरान इसका प्रमाण देखने को मिलता है, ख़ुर्शीपार, सेक्टर-4 , बोरीया मार्केट,हुड़कों के जनसम्पर्क यात्रा के दौरान क्षेत्र के मतदाताओं में ग़ज़ब का उत्साह देखने मिल रहा है,आरती की थाली,माले व फूलों की पंखुड़ियों से जगह जगह स्वागत, आत्मीयता से लोग भोजन करने तक को आमंत्रित कर रहे हैं,ऐसा जनसमर्थन और रैली में उमड़ती भीड़ भिलाई के चुनाव में दिलचस्प त्रिकोणीय मुक़ाबले को इंगित करती है।