जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में कुछ साल पहले छात्रों की राष्ट्र विरोधी हरकतों के लिए बदनाम हुआ था. एक बार फिर जेएनयू विवादों में है. बता दें कि इस बार विश्वविद्यालय में जाति विरोधी नारे लिखकर अगड़ी जातियों को निशाना बनाया गया है. वहीं, विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. शांतिश्री धुलिपुड़ी ने इस मामले की जांच का आदेश दे दिया है
बता दें कि जेएनयू में वामपंथियों का आतंक, क्लास से लेकर प्रोफेसरों तक को धमकी ये वामपंथ की खतरनाक सोच को जाहिर कर रहा है. दरअसल वामंपथियों ने जेएनयू की दिवारों पर एक बार फिर हिंदू विरोधी नारेबाजी छाप दी है.
JNU में वामपंथी अराजकता एक बार फिर सामने
जानकारी के अनुसार, ब्राह्मण भारत छोड़ो बनियों भारत छोड़ों जैसे नारों के कारण जेएनयू में वामपंथी अराजकता एक बार फिर खुलकर सामने आ गई. बता दें कि विश्वविद्यालय परिसर में स्थित कई इमारतों की दीवारों पर विवादास्पद नारे लिखे गए है साथ ही कुछ प्रोफेसरों के चैंबरों के गेट पर विश्वविद्यालय के बजाए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में जाने के लिए कहा गया है.
‘ब्राह्मण परिसर छोड़ो, ब्राह्मण भारत छोड़ो’
वहीं, इसका फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. छात्रों ने दावा किया कि विश्वविद्यालय परिसर के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज- II भवन की दीवारों पर ब्राह्मण और वैश्य समुदायों के खिलाफ नारे लिखे गए हैं. एक जगह लिखा है ‘ब्राह्मण-बनिया, हम आ रहे हैं बदला लेने’एक जगह लिखा है ‘ब्राह्मण परिसर छोड़ो, ब्राह्मण भारत छोड़ो’.
ABVP ने लेफ्ट विंग पर लगाया आरोप
वहीं, एक जगह ‘अब खून बहेगा’ लिखा हुआ है अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने लेफ्ट विंग पर ये स्लोगन लिखने का आरोप लगाया है.