नई व्यवस्था लागू, पर्सनल अफसरों को सौंपी गई जिम्मेदारी
भिलाई : न्यूज 36 : भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन ने कार्यस्थल पर अनुशासन और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के उद्देश्य से एक नई निगरानी प्रणाली लागू की है। इसके तहत अब ड्यूटी में आने के बाद संयंत्र गेट से बाहर जाने वाले प्रत्येक कर्मचारी चाहे वह नियमित हो या ठेका श्रमिक का पूरा विवरण दर्ज किया जाएगा।

प्रबंधन के निर्देशानुसार गेट पर तैनात पर्सनल विभाग के अधिकारी ड्यूटी समय के दौरान बाहर निकलने वाले कर्मचारियों का नाम, गेट पास नंबर, मोबाइल नंबर और संबंधित विभाग नोट करेंगे। यह पूरी जानकारी प्रतिदिन ईडी (वर्क्स) को साझा की जाएगी। साथ ही सभी शिफ्ट इंचार्जों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी कर्मचारी बिना उचित कारण के कार्यस्थल से बाहर न जाए।
लगातार हो रही दुर्घटनाओं के बाद फैसला :
हाल के दिनों में संयंत्र क्षेत्र में हो रही लगातार दुर्घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए यह निर्णय लिया गया है। इसी क्रम में हाल ही में आयोजित अधिकारियों की बैठक में राकेश कुमार (अधिशासी निदेशक वर्क्स) ने ड्यूटी के दौरान अनावश्यक आवाजाही पर सख्त नियंत्रण की आवश्यकता जताई थी। बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि यदि कोई कर्मचारी ड्यूटी समय में बिना कारण संयंत्र से बाहर जाता पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। इसी निर्णय के तहत अब में गेट और बोरिया गेट पर पर्सनल विभाग के अधिकारी सक्रिय रूप से
तैनात कर दिए गए हैं और बाहर जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है।
नई व्यवस्था की शुरुआत, गेटों पर बढ़ी सख्ती :
प्रबंधन के आदेश के बाद नई व्यवस्था की औपचारिक शुरुआत कर दी गई है। गेटों पर आने जाने वाले कर्मचारियों से ड्यूटी के दौरान बाहर जाने का कारण पूछा जा रहा है और उसका रिकार्ड रखा जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि यह कदम पूरी तरह से सुरक्षा और अनुशासन को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
कर्मचारियों की आवाज
संयंत्र कर्मचारियों का कहना है कि वे पूरी निष्ठा और मेहनत के साथ अपने कार्यों का निर्वहन कर रहे हैं, इसके बावजूद बार-बार की जा रही जांच से उनमें मानसिक तनाव बढ़ रहा है। कर्मचारियों का मानना है कि जो कर्मचारी ड्यूटी छोड़कर अनावश्यक रूप से बाहर जाते हैं, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। कार्रवाई में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए, चाहे वह यूनियन नेता हों या अधिकारी। केवल ईमानदारी से काम करने वाले कर्मचारियों को टारगेट करना अनुचित और मनोबल तोड़ने वाला है। कर्मचारियों ने प्रबंधन से मांग की है कि अनुशासन लागू करने के साथ-साथ निष्पक्षता और पारदर्शिता भी सुनिश्चित की जाए।
