देव विहार कालोनीवासियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के निदेशक से की शिकायत
भिलाई : न्यूज़ 36 : रिसाली चंदखुरी स्टेट हाईवे पर धनोरा एवं हनौदा के बीच बसे कॉलोनी वासियों द्वारा पिंछले एक माह से स्टेट हाईवे तक निर्विवादित पहुंच मार्ग की मांग की जा रही है। इसी कड़ी में देव विहार कालोनी के रहवासी आज राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के निदेशक प्रदीप कुमार लाल से उनके रायपुर स्थित कार्यालय में मिलकर आसपास के कॉलोनी वासियों के साथ-साथ जन सामान्य एवं सड़क सुरक्षा पर पढ़ने वाले व्यापक असर से अवगत कराया।

मूल डिजाइन में बदलाव क्यों?
रहवासियों ने सवाल उठाया कि मूल डिजाइन में भारत माला एक्सप्रेस हाईवे को ओवर ब्रिज द्वारा, रिसाली चंदखुरी स्टेट हाईवे के ऊपर से गुजारना था, किन्तु बाद में ओवर ब्रिज के बदले फ्लाईओवर द्वारा गुजरने की योजना बनी और फ्लाईओवर का नक्शा इस तरह से बनाया गया कि राज्य राजमार्ग बाधित हो रहा है और फ्लाईओवर का बोगदा स्टेट हाईवे से लगभग 50 फीट दूर पर बन रहा है जिसके कारण सीधे स्टेट हाईवे को एस (5) आकार का बनाकर बोगदा से गुजरने का प्लान बनाया गया है।
बदलाव से क्षेत्र बन जाएगा दुर्घटना जन्य
धनोरा और हनोदा के बीच रिसाली चंदखुरी हाईवे को एस (S) आकार देने से यह क्षेत्र दुर्घटना जन्य क्षेत्र में परिवर्तित हो जाएगा। ज्ञात हो कि यह मार्ग रिसाली से चंदखुरी होते हुए बालोद जाने के लिए एक प्रमुख मार्ग है। इस प्रमुख मार्ग को बाधित कर एस (5) आकर में परिवर्तित करने से यह जगह सकरा हो जाएगा एवं आसपास के कॉलोनी एवं किसानों के लिए प्रमुख मार्ग तक पहुंचाने के लिए पहुंच मार्ग बंद हो जाएगा बल्कि यातायात की दृष्टि से भी यह क्षेत्र एक दुर्घटना जन्य क्षेत्र बन जाएगा। मिलने वालों में रुलम सिंह ताराम, एस. पी.डे, ओम प्रकाश साहू, रामेश्वर साहू, दिलीप कुमार गवरे, साजित जोस और सुनील कुमार शामिल थे।
मुख्य मार्ग को परिवर्तित किए बिना फ्लाई ओवर बनने से किसी को आपत्ति नहीं
कॉलोनी वासियों का कहना है कि रिसाली चंदखुरी मुख्य मार्ग को परिवर्तित किए बिना भारतमाला एक्सप्रेसवे को रोड के ऊपर से ओवर ब्रिज द्वारा या फ्लावर द्वारा गुजरने से किसी को कोई आपत्ति नहीं है इससे ना तो यातायात बाधित होगा और ना ही आसपास के कॉलोनी वासियों का पहुंच मार्ग बाधित होगा।
निदेशक ने स्वयं आश्चर्य व्यक्त किया
जब रह वासियों ने उन्हें पूरे मामले से अवगत कराया तो उन्होंने स्वयं आश्चर्य व्यक्त किया और कहा कि कभी भी एक्सप्रेस हाईवे बनाने के लिए प्रमुख मार्ग को बाधित नहीं किया जाता है बल्कि प्रमुख मार्ग के ऊपर से ओवर ब्रिज बनकर एक्सप्रेस हाईवे को ले जाया जाता है। उन्होंने स्वयं इस मामले को देखकर उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
