भिलाई : न्यूज़ 36 : स्टील एम्पलाइज यूनियन इंटक के पदाधिकारियों की आवश्यक बैठक यूनियन कार्यालय में हुई। जिसमें प्रबंधन द्वारा भिलाई में रिटेंशन स्कीम बंद किए जाने को लेकर आक्रोश व्यक्त करते हुए रिटेंशन स्कीम को पहले की तरह जारी रखने की मांग की गई।
इंटक कार्यालय में पदाधिकारियों की बैठक में भिलाई प्रबंधन द्वारा रिटेंशन स्कीम में मनमाने तरीके से परिवर्तन करने एवं वर्तमान में इसे बंद रखने के निर्णय का यूनियन पदाधिकारियों ने विरोध किया। पदाधिकारियों ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में भिलाई प्रबंधन ने टाउनशिप के क्वार्टर अलॉटमेंट की पूरी प्रक्रिया में आमूलचूल परिवर्तन किया है।

किसी भी व्यवस्था को बदलने से पूर्व यूनियनों से कोई चर्चा नहीं किया जा रहा। यह प्रबंधन की पूरी तरह से मनमानी एवं तानाशाही रवैये को दर्शाता है। वर्तमान में जिस तरह से कंपनी के खाली क्वार्टरों पर कब्जे हो रहे हैं उसे बचाने की बजाय कर्मचारियों से क्वार्टर खाली करने पर प्रबंधन आतुर है।
एक तरफ सेल प्रबंधन एरियर, हाउस रेंट अलाउन्स सहित अन्य मुद्दों पर तानाशाही रवैया अपनाए हुए है, दूसरी तरफ भिलाई प्रबंधन भी उसी राह पर चलते हुए पहले सब्जेक्ट वेकेशन को बंद किया अब रिटेंशन स्कीम को ही बंद करते जा रहे हैं। यूनियन महासचिव वंश बहादुर सिंह ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र के शीर्षतम अधिकारी यदि भिलाई की किसी व्यवस्था में परिवर्तन करना चाहते हैं तो वह यूनियन से भी सलाह लिया करें।
भिलाई इस्पात संयंत्र ने सेल में जिन ऊंचाइयों को प्राप्त किया है वह यूनियन एवं प्रबंधन के बेहतर तालमेल के कारण ही संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि यूनियन कर्मचारियों का प्रतिनिधि होता है उसकी कर्मचारी एवं कंपनी के प्रति जिम्मेदारी होती है जबकि अधिकारियों के सलाहकार इस भावना से सलाह नहीं देते हैं।
प्रबंधन एवं कर्मचारियों में बढ़ रही है दूरियां
इंटक महासचिव वंश बहादुर सिंह ने कहा कि जिस तरह से भिलाई प्रबंधन मनमाने तरीके से निर्णय ले रहा है उससे कर्मचारी एवं प्रबंधन के बीच में दूरियां बढ़ रही हैं यूनियन इन दोनों के बीच की कड़ी होता है प्रबंधन यदि इस कड़ी को तोड़ देगा तो यह भविष्य में कंपनी के हित में नहीं होगा।
कर्मचारियों को भी यूनियन के साथ खड़ा होना पड़ेगा
इंटक महासचिव वंश बहादुर सिंह ने कहा कि प्रबंधन जब भी कोई मनमाना नियम लागू करता है तो वह कर्मचारियों की प्रतिक्रिया भी देखना चाहता है कर्मचारी सिर्फ यूनियन नेताओं से अपनी समस्या बता देता है लेकिन जब यूनियन उसकी लड़ाई को लेकर सड़क पर उतरता है तो कर्मचारी नहीं आते है। यदि कर्मचारियों को अपनी मांगों को मंगवाना है तो उसे भी यूनियनों के साथ हर लड़ाई में साथ आना होगा।
खाली क्वार्टरों के लिए कंपनी के पास नहीं है कोई रुपरेखा
बैठक में महासचिव ने कहा कि कंपनी के बहुत सारे क्वार्टर खाली हो गए हैं एवं प्रबंधन के नियमों से खाली होंगे प्रबंधन के पास इन खाली क्वार्टरों को बचाने की कोई रुपरेखा नहीं है उन्होंने कहा कि किसी कर्मचारी द्वारा एलाटेड या रिटेशन में लिए गए क्वार्टर के दुरुपयोग का इंटक यूनियन बिल्कुल समर्थन नहीं करेगा लेकिन कर्मचारियों की परेशानियां को देखते हुए टाउनशिप में जो भी सुविधा जारी रखी गई है उसे मनमाने तरीके से बंद किए जाने का भी हम विरोध करते हैं। साथ ही हम कर्मचारियों से बार-बार यह अपील भी करते हैं कि कंपनी के नियम एवं शर्तों का कर्मचारी पालन करें।
बैठक में सभी पदाधिकारी ने एक स्वर में कहा कि प्रबंधन सब्जेक्ट टू वेकेशन एवं रिटेंशन स्कीम चालू रखे।
बैठक में महासचिव वंश बहादुर सिंह कार्यकारी अध्यक्ष पूरण वर्मा वरिष्ठ उपाध्यक्ष एस रवि उपाध्यक्ष गिरिराज देशमुख अजय कुमार मार्टिन सच्चिदानंद पांडे सहायक कोषाध्यक्ष जी आर सुमन उप महासचिव शिव शंकर सिंह धनेश प्रसाद रेशम राठौर रमाशंकर सिंह रेशम राठौर राजकुमार द्वाानेद्र पांडे के रमन मूर्ति विंसेंट परेरा गणेश कुमार सोनी डी शंकर, राजकुमार नायर ताम्रध्वज सिंहा किशोर प्रधान बिन्नी पाल के वेणुगोपाल जितेंद्र अग्रवाल सरोज राठौर कमलेश गजपाल चंद्र नायक आदि उपस्थित थे।
