भिलाई : न्यूज़ 36 : बीएसपी जेएलएन अस्पताल के निजीकरण के विरोध में सीटू द्वारा मंगलवार को बोरिया गेट में गेट मीटिंग की गई। यूनियन ने अस्पताल को निजी हाथों में दिए जाने को जनविरोध कदम बताते हुए निजीकरण के कदम को वापस लेने की मांग की। ऐसा नहीं किए जाने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।

सीटू नेताओं ने कहा कि इस्पात मंत्रालय एवं सेल प्रबंधन ने गुपचुप तरीके से डेलॉइट को अस्पताल पर परामर्श देने के लिए हायर किया एवं भिलाई इस्पात संयंत्र के सेक्टर 9 अस्पताल सहित विभिन्न अस्पतालों का दौरा भी करवाया, इस दौरे के बारे में भिलाई के चुनिंदा अधिकारियों को छोड़कर किसी को भी खबर नहीं थी सब कुछ गुपचुप सार्वजनिक हुई है। कि डेलॉइट ने अपनी रिपोर्ट इस्पात मंत्रालय एवं सेल प्रबंधन को सौंप दिया है जिस पर संयंत्र के उच्च प्रबंधन से राय मांगी जा रही है सीटू ने उच्च प्रबंधन एवं मंत्रालय से दो टूक कहना चाहता है कि डेलोइट द्वारा दिए गए रिपोर्ट को सार्वजनिक करें क्योंकि यह सार्वजनिक उद्योग के अस्पताल का मामला है जो सीधे संयंत्र में कार्यरत एवं सेवानिवृत्ति कामगारों तरीके से कर लिया गया। एवं उनके परिजनों से संबंधित है।
सीटू ने कहा कि सेक्टर 9 हॉस्पिटल के निजीकरण का कोशिश जारी है। हमें मिलकर रोकना होगा इसके लिए सीटू ने संयंत्र के कर्मियों, सेवानिवृत्ति कर्मियों, सभी परिजनों एवं आमजन से अपील किया कि अपनी संबद्धताओं से ऊपर उठकर सीटू सहित जो भी संगठन सड़कों पर उतर रहा है एवं विरोध कारवाईयां कर रहा है उनके साथ खड़े होकर अस्पताल की निजीकरण के खिलाफ हो रही लड़ाई को मजबूत करें ताकि अस्पताल को हर हाल में निजी हाथों में जाने से रोका जा सके।
भिलाई का प्रबंधन नहीं चाहता निजीकरण : सीटू
सीटू नेताओं ने कहा कि अस्पताल को निजी हाथों में देने की कोशिश के खिलाफ सीटू लगातार कर्मियों एवं अधिकारियों से चर्चा कर रहा है चर्चा के दौरान यह बात स्पष्ट रूप से सामने आ रही है कि कर्मचारियों के साथ-साथ संयंत्र एवं अस्पताल का प्रबंधन भी इस अस्पताल के निजीकरण के खिलाफ है एवं वे अपने स्तर पर विरोध दर्ज करवा रहे हैं।
