महतारी सदन निर्माण जिला दुर्ग के पास किसानों के खेतों से पानी निकासी एवं ट्रैक्टर हार्वेस्टर तथा अन्य कृषि उपकरण लाने एवं ले जाने हेतु रास्ता छोड़ने कलेक्टर से मिले ग्रामीण जन
अंडा : न्यूज़ 36 : महतारी सदन निर्माण जिला दुर्ग के पास किसानों के खेतों से पानी निकासी एवं ट्रैक्टर हार्वेस्टर तथा अन्य कृषि उपकरण लाने एवं ले जाने हेतु रास्ता छोड़ने कलेक्टर से मिले ग्रामीण जन, उपरोक्त विषयानतर्गत ग्राम अंडा तहसील व जिला दुर्ग में खसरा नंबर 410 पर महतारी सदन निर्माण हेतु लेआउट दिया गया था , उसी समय किसानों के द्वारा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व दुर्ग को किसानों के खेत से पानी की निकासी एवं खेतों में ट्रैक्टर हार्वेस्टर लाने ले जाने हेतु रास्ता छोड़ने के लिए आवेदन दिया गया था। सरपंच ग्राम पंचायत अंडा को खसरा नंबर 410 के स्थान पर महतारी सदन निर्माण अन्य जगहों पर करवाने हेतु निवेदन किया गया था।

कलेक्टर जनदर्शन दुर्ग में किसानों के द्वारा महतारी सदन का निर्माण खसरा नंबर 410 के स्थान पर अन्य जगह करवाने हेतु निवेदन किया गया था। सरपंच ग्राम पंचायत अंडा को पुनः आवेदन देकर पानी की निकासी एवं ट्रैक्टर हार्वेस्टर लाने ले जाने हेतु जगह चिन्हाकित करने तक महतारी सदन निर्माण कार्य को रोक लगाने हेतु निवेदन किया गया था।
कलेक्टर जनदर्शन दुर्ग में कृषक गण उपस्थित होकर पानी की निकासी, ट्रैक्टर एवं हार्वेस्टर लाने ले जाने हेतु 35 फीट रास्ता छोड़कर शेष जगह पर महतारी सदन निर्माण कार्य करवाने हेतु निवेदन किया गया था। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आयोजित सुशासन तिहार 2025 में भी किसानों द्वारा महतारी सदन निर्माण कार्य को खसरा नंबर 410 के स्थान पर अन्य जगहों पर करवाने हेतु निवेदन किया गया था। कलेक्टर महोदय दुर्ग के समक्ष कृषक गण स्वयं उपस्थित होकर निवेदन किए थे कि किसानों के खेतों से पानी की निकासी, किसानों के आने जाने एवं ट्रैक्टर हार्वेस्टर तथा अन्य कृषि उपकरण लाने ले जाने हेतु लगभग 35 फीट रास्ता छोड़ने के पश्चात शेष जगह पर महतारी सदन निर्माण करवाने हेतु निवेदन किया गया था।
इस प्रकार हम कृषकगण द्वारा सरपंच ग्राम पंचायत अंडा को दो बार, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व दुर्ग, कलेक्टर जनदर्शन में दो बार, सुशासन तिहार में आठ कृषकों द्वारा एवं कलेक्टर दुर्ग के समक्ष दो बार कृषक गण स्वयं उपस्थित होकर महतारी सदन का निर्माण खसरा नंबर 410 के स्थान पर अन्यत्र करने अथवा किसानों के आवागमन एवं पानी की निकासी हेतु लगभग 35 फीट रास्ता छोड़ने के संबंध में लगातार निवेदन किया गया था। इसके बावजूद भी किसानों के आवेदन पर सरपंच ग्राम पंचायत अंडा एवं कलेक्टर दुर्ग द्वारा लगातार उपेक्षा कर कोई ध्यान नहीं देने के कारण हमें क्षुब्ध होकर न्यायालय की शरण में जाना पड़ा। उक्त संबंध में उच्च न्यायालय बिलासपुर में हम लोगों के द्वारा दायर याचिका क्रमांक 3303/2025 में दिनांक 30 जून 2025 को पारित आदेश के परिपालन में हम कृषक गण जो कि याचिकाकर्ता भी हैं, के द्वारा कलेक्टर महोदय दुर्ग को 35 फीट रास्ता छोड़ने हेतु जगह सी चिन्हांकित करने के पश्चात शेष जगह पर महतारी सदन निर्माण करने हेतु निवेदन किया गया था।

जिसकी प्रतिलिपि अनुविभागीय अधिकारी राजस्व दुर्ग एवं तहसीलदार,नायब तहसीलदार दुर्ग को भी दिया गया था। उक्त आवेदन पत्र पर कलेक्टर, दुर्ग , अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, दुर्ग, तहसीलदार अतिरिक्त तहसीलदार दुर्ग एवं सरपंच ग्राम पंचायत अंडा द्वारा कोई ध्यान न देते हुए महतारी सदन निर्माण के पश्चात शेष बचे जगह पर भी जहां पर पानी की निकासी अथवा हार्वेस्टर लाने ले जाने हेतु शेष था, वहां पर महतारी सदन का रास्ता बना दिया गया है तथा चौड़ी बनाकर नीचे में मुरम डाल दिया गया है, जिसके कारण खेतों का पानी निकलना बंद हो गया है। बारिश के समय भी खेतों से पानी निकलने के रास्ते को बन्द कर दिया गया था, जिससे खेत में धान की फसल डूब गया था। विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि अतिरिक्त तहसीलदार दुर्ग, राजस्व निरीक्षक अंडा एवं अंडा के पटवारी, सरपंच ग्राम पंचायत अंडा के सरपंच दिग्विजय सिन्हा द्वारा उपस्थित होकर बिना हम कृषक गण, जो कि याचिकाकर्ता भी है को सूचना दिए बिना पंचनामा करके ग्राम वासी का हस्ताक्षर कराया गया है वह नियम के विपरीत है जो कि हम लोगों को मान्य नहीं है। अतः बिना किसानों की सहमति के जिला प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार का किसान विरोधी निर्णय लिया जाता है, जिसके कारण भविष्य में किसानों को नुकसानी होती है या भविष्य में कोई भी अनहोनी अथवा अप्रिय घटना होगी तो इसके लिए सरपंच ग्राम पंचायतन, तहसीलदार, दुर्ग अनुभागीय अधिकारी राजस्व दुर्ग एवं कलेक्टर, जिला प्रशासन जिम्मेदार होंगे। शिकायत कर्ता जितेंद्र कुमार चंद्राकर, दिनेश्वर प्रसाद चंद्राकर, किशोर कुमार चंद्राकर, कुलेश्वर प्रसाद चंद्राकर, हेमेंद्र कुमार चंद्राकर, राजेंद्र चंद्राकर, दिलीप कुमार चंद्राकर, भारत लाल सिन्हा, दिनेश सिन्हा, यशवंत सिन्हा आदि आवेदक गण हैं।
