शिक्षक संघ बोले- 57 हजार पदों की गारंटी थी, युवाओं के साथ हुआ धोखा
दुर्ग : न्यूज़ 36 : छत्तीसगढ़ में 5,000 शिक्षकों की भर्ती की घोषणा के बाद राज्यभर में विरोध तेज हो गया है।
शिक्षक भर्ती साझा मंच की प्रांतीय समिति ने दुर्ग में शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव के निवास का घेराव कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने “मोदी की गारंटी” के तहत दो साल में 57,000 शिक्षकों की भर्ती का वादा किया था, लेकिन अब सिर्फ 5,000 पदों की घोषणा कर युवाओं से वादाखिलाफी की गई है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने भी इस निर्णय को “बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा” बताया।
प्रदर्शन के दौरान शिक्षा मंत्री बिहार चुनाव में व्यस्त होने से मौजूद नहीं थे।
युक्तियुक्तकरण नीति पर तीखा हमला
मंच के सदस्यों ने सरकार की युक्तियुक्तकरण नीति की आलोचना करते हुए कहा कि इससे राज्य की शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है।
आंदोलनकारियों के मुताबिक, इस नीति के चलते 10,463 स्कूल बंद किए गए और 44,000 से अधिक शिक्षकीय पद समाप्त कर दिए गए हैं, जिससे लाखों छात्र गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित हो रहे हैं।
तीन प्रमुख मांगे रखीं
सभी विषयों को शामिल कर 57,000 शिक्षकों की भर्ती इस वित्तीय वर्ष में पूरी की जाए।
इस भर्ती को नए व्यापम कैलेंडर में शामिल करते हुए परीक्षा तिथि घोषित की जाए।
युक्तियुक्तकरण और स्कूल मर्ज नीति को तुरंत वापस लिया जाए।
इसके अलावा उन्होंने कला व व्यायाम शिक्षकों की नियुक्ति को अनिवार्य करने तथा 14 साल से लंबित कला संकाय व्याख्याता भर्ती (हिंदी, संस्कृत, राजनीति, इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र) जल्द शुरू करने की भी मांग की।
