रायपुर : न्यूज़ 36 : राजधानी रायपुर में पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में बड़ी कार्रवाई की है। पहला मामला प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के नाम पर ठगी से जुड़ा है, जबकि दूसरा मामला नशे के खिलाफ चल रहे पुलिस अभियान से संबंधित है।
कौटिल्य एकेडमी रायपुर ब्रांच के संचालक पवन टांडेश्वर, जो धाना सरस्वती नगर के प्रकरण क्रमांक 255/24 (धारा 318(4), 3(5) BNS) में फरार चल रहा था, को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पवन टांडेश्वर और उसकी पत्नी रूबी मजूमदार पर आरोप है कि उन्होंने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के नाम पर 19 अभ्यर्थियों से ₹18,03,105 की ठगी की और उसके बाद कोचिंग संस्थान को बंद कर फरार हो गए। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया है।
वहीं दूसरी ओर, नशे के खिलाफ रायपुर पुलिस का अभियान लगातार जारी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर पुलिस ने ड्रग पैडलर्स और मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की है। पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देशन में प्री-ट्रायल मॉनिटरिंग सिस्टम के तहत विशेष निगरानी रखी जा रही है।
इस वर्ष जनवरी से सितंबर 2025 के बीच विशेष न्यायालय रायपुर ने एनडीपीएस एक्ट के तहत 123 आरोपियों को सजा सुनाई है। इसके अलावा, रायपुर संभाग के कमिश्नर ने पुलिस के प्रतिवेदन पर पिट एनडीपीएस एक्ट 1988 की धारा 11 के तहत 11 आरोपियों को तीन माह की सजा सुनाई है। ये सभी आरोपी मादक पदार्थों की अवैध बिक्री और तस्करी में लिप्त पाए गए।
पुलिस का कहना है कि नशे के नेटवर्क को तोड़ने के लिए लगातार कार्रवाई जारी है। कई आरोपियों की संपत्तियां जब्त की जा रही हैं और आदतन अपराधियों के खिलाफ कठोर कानूनी कदम उठाए जा रहे हैं।
इतनी बड़ी संख्या में सजा सुनिश्चित कराने पर रायपुर पुलिस टीम की प्रशंसा की गई है और उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। पुलिस का मुख्य उद्देश्य मादक पदार्थों की अवैध बिक्री को पूरी तरह रोकना है।
