Friday, November 28, 2025

रिसाली निगम में होगा सत्ता परिवर्तन या महापौर सिन्हा मना लेगी रूठो को ?

भिलाई : न्यूज़ 36 : सत्ता के रहते रिसाली निगम में कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व गृह मंत्री के आशीर्वाद से महापौर पद की शोभा बढ़ाते हुए श्रीमती शशि सिन्हा के खिलाफ किसी की आवाज नहीं निकलती थी भाजपा पार्षद तो दूर कांग्रेस पार्षद भी कई बार बेगाने से महसूस करते थे किन्तु सत्ता का खेल ऐसा पलता कि अब रिसाली निगम महापोर के खिलाफ अंदरूनी जंग कई पार्षदों ने आरम्भ कर दी है . विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सत्ता बदलते ही ऐसे पार्षद जो पहले अपने आप को बेगाना महसूस करते आ रहे थे अब एक गुट बना कर बैठक करने लगे है रिसाली निगम का माहौल ऐसा नजर आ रहा है कि बचे हुए ढाई साल के कार्यकाल में कही ऐसा ना हो कि सत्ता परिवर्तन हो जाए . दो पार्षद तो लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा में शामिल हो गए .

वर्तमान में रिसाली निगम में 40 वार्ड है जिसमे से 15 वार्ड भाजपा के खाते में है ऐसे में जो अस्पस्ट खबर निकल कर आ रही है कि 10-12 पार्षदों की गुटीय राजनीती अगर अपना इरादा बदल दे तो स्थिति भिन्न हो जाएगी .
ऐसे में यह भी कहा जा सकता है कि रिसाली नगर निगम में महापौर शशि सिन्हा की मुसीबत आने वाले समय में कम होने का नाम ही नहीं लेगी । हाल ही में महापौर परिषद में पार्षद सीमा साहू को शामिल किया गया है। अंदर खाने से खबर आ रही है कि 10 से 12 कांग्रेस के पार्षद गोपनीय बैठक भी कर रहे हैं और किसी रणनीति पर काम कर रहे हैं। अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस पार्षदों के वार्डो में काम नहीं हो रहे जिनसे विरोध के स्वर उठने लगे हैं। महापौर शशि सिन्हा द्वारा हालाकि कांग्रेस के साथ बीजेपी पार्षदों को मूलभूत कार्यों के लिए प्रस्ताव मांगे गए है।
खबर यह भी है कि महापौर परिषद के ज्यादातर सदस्य महापौर शशि सिन्हा से ही नाराज चल रहे हैं। ऐसे में गुप्त बैठक में क्या रणनीति बन रही होगी अंदाजा लगाया जा सकता है। वहीं गुप्त बैठक में कौन कौन पार्षद शामिल हुए नाम उजागर नही हो सका है। वैसे अविश्वास प्रस्ताव के लिए दो तिहाई बहुमत की आवश्यकता होगी। भाजपा के पार्षदों की संख्या 13 थी जो अब 15 हो चुकी है।वही दूसरी ओर सत्ता की ताकत अब भाजपा के पास है आम जनता सहित पार्षद भी अपने वार्ड में किसी कार्य को अंजाम देने के लिए अगर विभागीय मंत्री की ओर रुख करते है तो उन्हें स्थानीय विधायक जो अब भाजपा के है का दामन थामना पड़ेगा . ऐसे में आने वाला समय रिसाली निगम में हलचल भरा रहने की उम्मीद है।

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