Friday, November 28, 2025

श्री दिलीप कुमार राय के निधन के पश्चात नव दृष्टि फाउंडेशन के माध्यम से संपन्न हुआ नेत्रदान

दुर्ग : न्यूज़ 36 : जिन्दगी के बाद भी दुनिया देखने का सुख मिलना एवं मृत्यु के बाद भी जीवित होने का अहसास परिजनों को करवाने का माध्यम है नेत्रदान। नेत्रदान से दो व्यक्तियों को दुनिया देखने का सौभाग्य प्राप्त होता है और यह पुनीत कार्य रायपुर निवासी दिलीप कुमार ने अपने निधन पश्चात् हुआ। रायपुर निवासी श्री दिलीप कुमार रॉय के निधन के पश्चात नवदृष्टि फाउंडेशन के माध्यम से नेत्रदान सम्पन्न हुए उनके नेत्रों से दो लोगों को नेत्र ज्योति मिलेगी।
दिलीप कुमार रॉय की पुत्री दिपन्विता,दामाद प्रान्तिक बनर्जी ने नेत्रदान हेतु सहमति दी।
प्रान्तिक बनर्जी ने कहा उनके ससुर जी ने जीवन भर लोगों की सेवा की है और अब दुनिया से जाने के बाद भी उनके नेत्रों से दो परिवारों का कल्याण होगा। दो पोतियां ओयशी और ऐशना के दादाजी के नेत्रदान से हमारा परिवार व समाज हमेशा प्रेरणा लेता रहेगा ।
राज आढ़तिया ने कहा नवदृष्टि फाउंडेशन के प्रयास से लगातार नेत्रदान हो रहे हैं और अब रायपुर में नेत्रदान होना संस्था के सदस्यों के मनोबल को बढ़ाएगा धीरे धीरे नवदृष्टि फाउंडेशन की मुहीम पुरे छत्तीसगढ़ में फ़ैल रही है।
प्रशांत महतो ने कहा दिलीप कुमार रॉय के नेत्रदान से पुरे रायपुर एवं आस पास के क्षेत्रों में नेत्रदान का सन्देश जाएगा जिसके भविष्य में सुखद परिणाम आएँगे ।
नवदृष्टि फाउंडेशन की ओर से अनिल बल्लेवार ,कुलवंत भाटिया,राज आढ़तिया, प्रवीण तिवारी,मुकेश आढ़तिया, हरमन दुलई,मंगल अग्रवाल,किरण भंडारी,रितेश जैन,जितेंद्र हासवानी,उज्जवल पींचा ,सत्येंद्र राजपूत,सुरेश जैन,राजेश पारख,पियूष मालवीय,विकास जायसवाल,मुकेश राठी,प्रभु दयाल उजाला, प्रमोद बाघ ,सपन जैन ,यतीन्द्र चावड़ा , जितेंद्र कारिया, बंसी अग्रवाल, अभिजीत पारख,मोहित अग्रवाल,चेतन जैन,दयाराम टांक ने दिलीप कुमार रॉय को श्रद्धाँजलि दी एवं नेत्रदान के निर्णय हेतु रॉय परिवार को साधुवाद दिया।

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